नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास इलाके से अपहरण किए गए 2 साल के बच्चे को पुलिस ने यूपी के अलीगढ़ से बरामद कर लिया है. अपहरण कर्ताओं ने बच्चे का अपहरण कर उसे 3 लाख में बेच दिया था. पुलिस ने अपहरणकर्ता सहित इस मामले में शामिल सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
उत्तर पूर्वी दिल्ली एडिशनल डीसीपी संदीप लम्बा ने बुधवार दोपहर को बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान खजूरी खास निवासी 32 वर्षीय नाहिद, मोहम्मद रिजवान, सीलमपुर निवासी शौकीन और अलीगढ़ निवासी चम्मो के तौर पर हुई है.
2 साल के बच्चे का अपहरण:डीसीपी ने बताया कि सोमवार को खजूरी खास थाने में 2 साल के बच्चे के लापता होने की शिकायत मिली. बच्चों की मां ने पूछताछ में बताया कि वह शनिवार देर शाम अपने 2 साल के बेटे को लेकर संडे मार्केट गई थी. इस दौरान उसका बच्चा गायब हो गया. उन्होंने उसे काफी ढूंढा, लेकिन नहीं मिला. महिला की शिकायत पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. जांच के लिए खजूरी खास थाने के SHO राकेश यादव ने एसआई शिवम बिष्ट, हेड कांस्टेबल जयवीर, हेड कांस्टेबल शोएब, हेड कांस्टेबल अमित, हेड कांस्टेबल भूपेंद्र, हेड कांस्टेबल प्रताप, कांस्टेबल अनुज मुकेश और निशा की टीम का गठन किया.
उत्तर पूर्वी दिल्ली एडिशनल डीसीपी संदीप लम्बा (ETV Bharat)
पुलिस टीम का गठन:इस टीम ने एसीपी खजूरी खास विवेक त्यागी के देखरेख में जांच शुरू की. पुलिस की टीम ने संडे मार्केट के आसपास 3 किलोमीटर दायरे में लगे 500 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला. सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स बच्चे को ले जाता हुआ नजर आया, कुछ देर बाद उसके साथ एक महिला भी दिखी. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे शख्स और महिला की तस्वीर निकाली गई. उस तस्वीर को खजूरी खास इलाके में घर-घर दिखाया गया, जिसके आधार पर दोनों की पहचान नाहिद और उसके पति रिजवान के तौर पर हुई.
चार आरोपी गिरफ्तार: दोनों को शाहदरा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया. शुरुआत में दोनों पुलिस को गुमराह करने लगे, लेकिन पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो वह दोनों टूट गए, उन्होंने बताया कि उन्होंने बच्चे को किडनैप कर अलीगढ़ में एक कपल को 3 लाख में बेच दिया है. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस की टीम ने अलीगढ़ में छापेमारी कर एक घर से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. बच्चे को खरीदने के आरोप में पुलिस ने 54 वर्षीय चम्मो को भी गिरफ्तार कर लिया. चम्मो ने बताया कि उसकी बेटी दामाद को बच्चे नहीं थे, वह बच्चा गोद लेना चाहते थे .इसलिए उन्होंने नाहिद और रिजवान को बच्चा गोद लेने के लिए 3 लाख रुपये दिया था.
डीसीपी ने बताया कि आगे की पूछताछ में पता चला कि चम्मो ने अपने भाई सीलमपुर निवासी शौकीन को एक बच्चा गोद दिलाने के लिए कहा था. शौकीन नाहिद को जानता था और उसने नाहिद से उसके परिवार या रिश्तेदारों में से किसी ऐसे लड़के को खोजने के लिए कहा, जिसे उसकी बहन गोद ले सके. शौकीन ने उसे बच्चे को गोद लेने के बदले में कुछ रकम देने का आश्वासन दिया था. पैसों के लालच में आकर उसने इलाके में नजर रखनी शुरू कर दी और पहली बार में ही बच्चे का अपहरण कर लिया और उसे पति रिजवान को सौंप दिया. जिसने उसे भीड़ भरे बाजार से बाहर निकाल अपहरण करके बाद में उन्होंने अलीगढ़ में अपने संपर्क सूत्र को फोन किया और बच्चे को उनके हवाले कर दिया.