चंपावत: टनकपुर तहसील क्षेत्र में ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र के लिए फर्जी आय प्रमाण बनवाने का मामला सामने आया है. जिसे सीएससी सेंटर से मिलीभगत कर तैयार किया गया था. जिसका खुलासा तहसीलदार जगदीश गिरी की जांच में हुआ है. ऐसे में प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा मामले में एसडीएम आकाश जोशी के निर्देश पर तहसीलदार जगदीश गिरी ने टनकपुर कोतवाली में आरोपी और सीएससी सेंटर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
जानकारी के मुताबिक, चंपावत जिले की पूर्णागिरि में टनकपुर के शिवम गुप्ता ने इस साल 26 सितंबर को EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग हेतु आय और संपत्ति का प्रमाण पत्र) के लिए आवेदन किया था. आवेदक के ऑनलाइन संलग्न किए गए अभिलेखों की जब प्रशासन ने जांच की तो उसमें शिवम गुप्ता की जगह किसी और का आय प्रमाण पत्र पाया गया. जिसे देख अधिकारियों के कान खड़े हो गए. लिहाजा, मामले की गहनता से जांच शुरू की गई.
वहीं, जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने CSC (जन सेवा केंद्र) के संचालक से मिलकर आय प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ की थी. तहसीलदार जगदीश गिरी के पत्र में कहा गया कि आवेदक ने धोखाधड़ी की मंशा से कूटरचित दस्तावेज बनाया. इस कूटरचित दस्तावेज का इस्तेमाल EWS प्रमाण पत्र बनाने के लिए किया गया. आवेदक ने EWS का आवेदन CSC के यहां से ऑनलाइन किया था. अब टनकपुर थाने में शिवम और सीएससी संचालक पर मामला दर्ज किया गया है.
सीएससी संचालक ने क्या कहा? मामले में कोतवाली प्रभारी सुरेंद्र सिंह कोरंगा ने बताया कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं, सीएससी संचालक का कहना है कि सितंबर महीने में दफ्तर में तैनात एक कर्मचारी ने ऑनलाइन आवेदन कर अपलोड किया था. उधर, विभाग ने कूटरचित प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया है. टनकपुर एसडीएम आकाश जोशी की मानें तो सीएससी सेंटर के लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई भी प्रशासन की ओर से की जा रही है.
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