कानपुर :बीते दिनों फीलखाना इलाके में दिनदहाड़े दो बदमाशों ने 2 साल के बच्चे का अपहरण कर लिया था. पुलिस सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की तलाश में जुटी थी. शनिवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि बदमाश बच्चे को बेचने के लिए जा रहे हैं. पुलिस ने भगवत दास घाट पर सघन चेकिंग शुरू कर दी. इस दौरान दोनों अपहरणकर्ता बाइक पर आते दिखाई दिए. बच्चा भी उनके साथ था. पुलिस को देखते हुए उन्होंने बच्चा छोड़कर पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैर में गोली लग गई. पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया. इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस ने बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया. पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी ने बहन को संतान न होने पर बच्चे का अपहरण किया था. मंशा थी कि बच्चा बहन को सौंप देगा.
उन्नाव के सफीपुर निवासी छोटू राजपूत अपने परिवार के साथ फूलबाग स्थित फल मंडी के पास रहते हैं. वह फल और सब्जी का ठेला लगाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं. उनके तीन बच्चे भी हैं. एक सप्ताह पहले शाम को करीब 4:30 बजे उनका 2 वर्षीय बेटा कार्तिक बड़ी बहन वैष्णवी और भाई शिब्बू के साथ सड़क किनारे खेल रहा था. इस दौरान बाइक से आए दो युवकों ने कार्तिक का अपहरण कर लिया था. आसपास मौजूद लोग शोर मचाते हुए बच्चे को बचाने के लिए दौड़े थे, लेकिन तब तक दोनों फरार हो गए थे. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में किडनैपर को एलआईसी बिल्डिंग के पास से गुजरते हुए देखा था. कुछ देर बाद वे गायब हो गए थे.
पुलिस ने बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए कई टीमें लगा दी थीं. शनिवार की देर रात पुलिस की दोनों बदमाशों से मुठभेड़ हो गई. पैर में गोली लगने से दोनों बदमाश घायल हो गए. वहीं पुलिस ने बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया. बच्चा मिलने के बाद माता-पिता उसे गले लगा कर फफक कर रोने लगे. एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह ने बताया कि पकड़े गए किडनैपर ने अपना नाम किदवई नगर निवासी ररज्जन और बाबू पुरवा निवासी पंकज बताया है. पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. उनके आपराधिक इतिहास को भी खंगाला जा रहा है.