मेरठ:थाना खरखोदा क्षेत्र के जंगलों में चार माह पूर्व अज्ञात युवक का शव मिला था. हिस्ट्रीशीटर ने मुकदमों की तारीख और पुलिस से बचने के लिए हरियाणा निवासी मंदबुद्धि शख्स के चहरे पर ताबड़तोड़ हमला कर उसको मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद पुलिस को गुमराह करता रहा. वहीं, हिस्ट्रीशीटर की पत्नी ने मृत युवक की पहचान अपने पति के रूप में की थी. लेकिन, पुलिस को शक था कि ये हिस्ट्रीशीटर की बॉडी नहीं है. इसके बाद पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाकर रविवार को बड़ा खुलासा कर दिया. पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया और युवक की पहचान हरियाणा निवासी मंदबुद्धि के रूप में की.
एसएसपी रोहित सजवाण ने पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता में बताया कि 4 माह पूर्व में खरखोदा थाना क्षेत्र के गांव उलंघन में एक अज्ञात युवक का शव मिला था. युवक के लोअर की जेब से मिले कुछ कागज़ातों के आधार पर जानकारी मिली कि वह हापुड़ स्थित हाफिजपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला हिस्ट्रीशीटर दिलशाद है. पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. हिस्ट्रीशीटर की पत्नी बार-बार शव को अपने पति के रूप में पहचान कर रही थी. इसके चलते पुलिस को दिलशाद की पत्नी पर शक हुआ. शक होने के दौरान थाना खरखोदा पुलिस ने एक टीम गठित की. इसमें सर्विलांस टीम की मदद से हिस्ट्रीशीटर के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लेकर पल-पल की जानकारी लेनी शुरू कर दी.
करीब 3 महीने से पुलिस टीम हिस्ट्रीशीटर को वॉच कर रही थी. हिस्ट्रीशीटर के बार-बार नंबर बदलने की वजह से पुलिस को भी परेशानी होने लगी थी. एसएसपी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि हिस्ट्रीशीटर ने मुकदमों ओर कोर्ट की तारीखों से बचने के लिए अपने साथियों मुशाहिद ओर रिहान के संग मिलकर ये प्लॉनिग की थी. एसएसपी ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर दिलशाद ने मुशाहिद व रिहान निवासी गाज़ियाबाद के साथ मिलकर प्लानिंग की. किसी व्यक्ति को मारकर उसका चहरा बिगाड़ दिया जाएगा ओर उसकी पहचान दिलशाद के रूप में करा दी जाएगी.