बागपत :जिले के हिलवाड़ी गांव में पिछले करीब 2 महीने में 30 से अधिक मौतें होने की बात ग्रामीण कह रहे हैं. ग्रामीण इसे दैवीय आपदा बता रहे हैं. दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गांव में 12 के करीब मौतें होने की जानकारी मिली है, इसमें कुछ की अवस्था ज्यादा थी तो कई लोगों कैंसर-हार्ट अटैक के कारण मौत हुई है. बहरहाल, गंवा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैम्प लगाया है. गांव में लगातार मौतों से दहशत का माहौल है. एक अजीब सा खौफ लोगों के जेहर में बैठ गया है.
बापगत के हिलवाड़ी गांव में लगातार मौतों के बाद स्वास्थ्य कैंप लगाया गया है. (Video Credit; ETV Bharat) हिलवाड़ी गांव की गलियां इन दिनों सुनसान हैं. जब लोगों से बात की गई तो पता चला कि बुजुर्ग ही नहीं, कई नौजवान भी मौत के आगोश में समा चुके हैं. गांववालों के मुताबिक कुछ मौतें तो स्वाभाविक हैं. कुछ के हार्ट अटैक होने की आशंका है, लेकिन स्पष्ट कारण नहीं पता चल पाया है. गांव के बुजुर्गों का कहना है कि ऐसा पहली बार देखा है कि गांव में बीते दो महीने के अंदर एक-एक दिन में 3-3 अर्थियां निकली हैं.
गांव में लगातार इन मौतों के पीछे कुछ लोग कोरोना वैक्सीन के टीके को वजह बता रहे हैं. कोई इसके पीछे मोबाइल टॉवर को कारण बता रहा है. जबकि कई लोग इसे दैवीय आपदा से जोड़कर देख रहे हैं. उनका मानना है कि शायद गांव के भूमिया देवता नाराज हो गए हैं. इसलिए गांव में हवन-पूजन और भंडारे के साथ गांव के चारों तरफ परिक्रमा भी लगाई गई है.
हिलवाड़ी गांव में लगातार हो रहीं मौतों पर बागपत स्वास्थ्य महकमे में भी हड़कंप मच गया है. स्वास्थ्य अधिकारी गांव में कैम्प लगाकर लोगों की जांच कर रहे हैं और उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं. सीएचसी बड़ौत के अधीक्षक डॉ. विजय सिंह कहते हैं कि स्वास्थ्य कर्मियों ने गांव में भ्रमण कर जानकारी जुटाई थी. इसमें लगभग 12 मौतों की पुष्टि हुई थी. हालांकि डॉ. विजय इन मौतों के पीछे किसी गंभीर बीमारी के फैलने से इंकार करते हैं. कहते हैं कि इसमें कुछ मौतें उन लोगों की है, जिनकी आयु पूरी हो चुकी थी. इसके अलावा कैंसर-हार्ट अटैक से मौतों की जानकारी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर लोगों की जांच की जा रही है.
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