''चिंतन शिविर के नाम पर बीजेपी उड़ा रही आदर्श आचार संहिता की खुलेआम धज्जियां'': कांग्रेस - BJP Chintan Shivir - BJP CHINTAN SHIVIR
रायपुर के आईआईएम में बीजेपी के चिंतन शिविर पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है. कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने कहा है कि ये खुलेआम चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है. चुनाव आयोग से इसकी शिकायत कांग्रेस ने की है.
रायपुर: IIM में हुए बीजेपी के दो दिवसीय चिंतन शिविर को लेकर कांग्रेस ने साय सरकार पर जोरदार हमला बोला है. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ''इस चिंतन शिविर के प्रशिक्षण का साय सरकार और उनके मंत्रियों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा''. इतना ही नहीं कांग्रेस ने आईआईएम में आयोजित इस चिंतन शिविर को आचार संहिता का उल्लंघन भी बताया है. कांग्रेस ने बीजेपी के चिंतन शिविर पर आपत्ति जताते हुे इसकी शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग से भी की है.
आदर्श आचार संहिता की खुलेआम उड़ी धज्जियां (ETV Bharat)
बीजेपी के चिंतन शिविर के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत:बीजेपी के दो दिवसीय चिंतन शिविर पर कांग्रेस ने ना सिर्फ आपत्ति जताई है बल्कि इस बात की शिकायत भी चुनाव आयोग से लिखित में की है. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा है कि ये खुलेआम आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है. चुनाव आयोग को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए.
''पिछले 5 महीने से भारतीय जनता पार्टी की सरकार दिशाहीन ढंग से चल रही है. सरकार की नाकामियों के कारण साय सरकार के मंत्रियों को सुशासन का प्रशिक्षण देना जरुरी था. मुख्यमंत्री और मंत्री दिशाहीन और मतिभ्रम के शिकार हैं. सरकार को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि जनता के हितों पर कैसे सही फैसला लिया जाए. निश्चित तौर पर उन सबको अच्छे प्रोफेशनल से ट्रेनिंग की जरूरत है. पर लगता नहीं है कि भाजपाई मंत्रियों पर इस ट्रेनिंग से कोई फर्क पड़ने वाला है. पिछले 5 महीने में भाजपा ने जिस प्रकार से भ्रष्टाचार केन्द्रित सरकार चलाया है वह छत्तीसगढ़ की जनता को निराश करने वाला है''. - सुशील आनंद शुक्ला, अध्यक्ष, कांग्रेस संचार विभाग
कांग्रेस ने बीजेपी को बताया जनविरोधी: कांग्रेस ने कहा कि भाजपाई आदतन जनविरोधी हैं. कोई भी ट्रेनिंग उनके आदत को नहीं बदलने वाली है. सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ''रहिमन कारी कांवरी के चढ़त दूजो रंग वही स्थिति भारतीय जनता पार्टी की और उनके मंत्रियों की है. जनता की सेवा के लिये किसी ट्रेनिंग की आवश्यकता नहीं होती. जनता की सेवा भावना, अपने अंदर के जज्बे से निकलती है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में जनता की सेवा का जज्बा है ही नहीं. अतः इनको कोई भी ट्रेनिंग दे दी जाय सब बेकार साबित होगा''.
छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में हुए हैं चुनाव:छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में चुनाव संपन्न हो चुके हैं. 1 जून को लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान होना है. कांग्रेस का आरोप है कि जब चुनाव कल होना है तब ऐसे में कैसे इस तरह का आयोजन किया जा सकता है.