लखनऊ : बीते 10 साल में बीफ का धंधा देश में बढ़ा है. पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा के ही एक नेता के बीफ का धंधा करते हैं और उन्होंने अपना धंधा बढ़ाने के लिए जब लाइसेंस मांगा. तब हमें पता चला कि यह बीफ का धंधा करते हैं, तब उन पर मुकदमा दर्ज हुआ. अभी भाजपा का चंदा दो धंधा लो स्कैम सामने आया है. उसमें भी पता चला कि भाजपा ने बीफ का व्यवसाय करने वाले लोगों से भी चंदा लिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के घोषणा पत्र में बीफ के स्लॉटर हाउस खोलने का आरोप लगाया है. इसको लेकर कांग्रेस की ओर से लीगल नोटिस भेजा जाएगा. यह बातें उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सेल के अध्यक्ष और प्रदेश प्रवक्ता डॉ. सीपी राय ने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकारवार्ता कर कहीं. पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका गुप्ता, सचिन रावत, पुनीत पाठक मौजूद थे.
डॉ. सीपी राय ने कहा कि भाजपा और उसके सभी नेताओं के सभी लोग कांग्रेस के घोषणा पत्र को एक बार गौर से पढ़ने की जरूरत है. जो लोग नहीं पढ़ना जानते हैं, वह किसी से पढ़वा कर उसे अच्छी तरह से समझ लें. बार-बार कांग्रेस की घोषणा पत्र को लेकर ऊल जुलूल बयानबाजी करने वालों को लीगल नोटिस भेजा जाएगा. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जो कुछ कहा है वह बिल्कुल पानी की तरह साफ है. हमने कहीं भी स्लॉटर हाउस खोलने जैसी बात नहीं कही है, न ही हमने किसी भी तरह के यह घोषणा की है कि हम लोगों की संपत्ति जप्त कर लेंगे. यह भाजपा के शीर्ष नेताओं द्वारा मनगढ़ंत झूठ फैलाया जा रहा है. घोषणा पत्र में 30 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने की बात है. महिलाओं को लखपति बनाने की बात है. 30 लाख नौकरियों के बाबत रोड मैप जारी कर दिया है. 4 जून को सरकार बनने के बाद 24 दिसंबर 2024 तक देश में खाली इन सभी 30 लाख सरकारी वैकेंसियां कब कैसे भरी जाएंगी, इसकी योजना है.
डाॅ. सीपी राय ने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आरोप लगाते हैं कि हम लोगों की संपत्ति हड़प लेंगे, पर वह यह भूल गए हैं कि जब 1962 की लड़ाई में देश पर मुसीबत आई थी तब इंदिरा गांधी ने अपने जेवर देश के लिए दान किए थे. देश जब आर्थिक मंदी से गुजर रहा था, तब कांग्रेस परिवार ने अपनी ढाई सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति देश को दान दे दी थी. कांग्रेस ने बीते 55 साल के अपने शासनकाल में देश के आर्थिक ढांचे को सबसे अधिक मजबूत किया है. वहीं प्रधानमंत्री मोदी के 10 साल में केवल एक ही व्यक्ति व उनके परम मित्र गौतम अडानी के आर्थिक ढांचे को ही मजबूत किया गया है.