जयपुर: कांग्रेस विधायक रफीक खान और सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट रह चुके शख्स के बीच हुई मारपीट पर अब बीजेपी हमलावर हो गई है. रफीक खान और उनके समर्थकों की ओर से पूर्व जवान के साथ की गई मारपीट पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनप्रतिनिधी को अपने व्यवहार को शालीन रखना चाहिए. शालीनता और धैर्य, इन गुणों से किसी भी आवेशित व्यक्ति को शांत किया जा सकता है. राठौड़ ने कहा ने कि समाज में विभाजन को लेकर वर्ग विशेष के लोगों को भ्रमित किया जा रहा है. भाजपा समाज की एकजुटता के लिए प्रतिबद्ध है.
शालीनता और धैर्य रखना जरूरी : राठौड़ ने जनप्रतिनिधियों को अपने व्यवहार में शालीनता और धैर्य रखना चाहिए, क्योंकि शालीनता से किसी भी आवेशित व्यक्ति को शांत किया जा सकता है. जनप्रतिनिधि जनता के सेवक हैं और जनसेवक बनकर ही सेवा भाव से प्रत्येक नागरिक की समस्या के समाधान का प्रयास करना चाहिए. आम जनता किसी भी तरह के व्यवहार के साथ जनपद नीति के पास आती है. कई बार हमारे पास भी जो लोग मिलने आते हैं, वह परेशान और निराश होते हैं. उनके काम नहीं होने की वजह से उनमें आक्रोश होता है, गुस्सा होता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम उनके साथ मारपीट करें.
जनप्रतिनिधि जनता से जुड़ाव रखने के लिए होता है. राठौड़ ने कहा कि रफीक खान के साथ जो हुआ उसे घटना में अगर वह चाहते तो पीड़ित व्यक्ति से शालीनता के साथ बातचीत भी कर सकते थे और उसकी परेशानी को सुनकर उसके समाधान का कुछ उपाय निकाल सकते थे. लेकिन उन्होंने उसको गलत तरीके से रिएक्ट किया. मदन राठौड़ ने कहा कि राजधानी में एक शौर्य चक्र सम्मानित पूर्व सैनिक फरियाद लेकर जनप्रतिनिधि के पास पहुंचता है और वहां उसकी समस्या का समाधान तो दूर उसके साथ मारपीट जैसी घटना जनप्रनिधियों के असंयमित व्यवहार को दर्शाता है.