देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सत्ता के बल पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं और नेताओं को धन विहीन, कार्यकर्ता विहीन और लोकतंत्र विहीन इस देश को करना चाहती है. उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को कोड करते हुए कहा कि जिस प्रकार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने राष्ट्र का संचालन कर रहे हैं, उसी तर्ज पर केंद्र की सरकार हिंदुस्तान को भी लाना चाहती है.जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
हरीश रावत बोले- केंद्र सरकार देश को करना चाहती है लोकतंत्र विहीन, 2024 इनका अंतिम चुनाव - politics news
Congress Leader Harish Rawat पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ. भीमराव अंबेडकर की दी गई संसदीय लोकतांत्रिक प्रक्रिया को समाप्त करना चाहती है. कहा कि भाजपा रूस और चीन की तर्ज पर हिंदुस्तान को भी इस दिशा में लाना चाहते हैं.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Feb 18, 2024, 7:32 AM IST
|Updated : Feb 18, 2024, 8:45 AM IST
हरीश रावत ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना:उन्होंने वर्तमान राजनीतिक स्थितियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र की सरकार तानाशाही पर उतर आई है. सांकृतिक लोकतांत्रिक परंपराएं जो महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की देन रही हैं, उनको समाप्त कर रही है.उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा अपनी सत्ता के बल पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं और नेताओं को धन विहीन, कार्यकर्ता विहीन और लोकतंत्र विहीन इस देश को करना चाहती है.
पढ़ें-'विपक्ष को दबाना चाहती है मोदी सरकार, चुनाव का काम रोकने के लिए किये खाते फ्रीज' आईटी कार्रवाई पर बोले हरीश रावत
संसदीय लोकतांत्रिक को करना चाहती है समाप्त:उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस बात का कई बार जिक्र किया है कि 2024 का लोकसभा चुनाव इनका अंतिम चुनाव रहेगा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने देश का संचालन कर रहे हैं, केंद्र सरकार उसी तर्ज पर हिंदुस्तान को भी इस दिशा में लाना चाहते हैं. हरीश रावत का कहना है कि केंद्र सरकार महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ. भीमराव अंबेडकर की ओर से दी गई संसदीय लोकतांत्रिक प्रक्रिया को समाप्त करना चाहती है. जिसको किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.