रांची:ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आज देशभर में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता गौतम अडानी और उनके साथियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और मणिपुर में जारी हिंसा, केंद्र की मोदी सरकार के राज में देशभर में फैले भ्रष्टाचार और अराजकता के खिलाफ मार्च और प्रदर्शन कर रहे हैं. झारखंड की राजधानी रांची में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में राजभवन मार्च के लिए प्रस्थान किया है.
कांग्रेस के राजभवन मार्च में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, महिला कांग्रेस, ओबीसी कांग्रेस, एनएसयूआई और अन्य विभागों के नेता शामिल हैं. बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में राजभवन मार्च के लिए निकले कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ने और अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते नजर आए.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ शहीद स्थल से कांग्रेस भवन होते हुए राजभवन तक के लिए मार्च पर निकले हैं. उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि गौतम अडाणी मामले में किस तरह से रिश्वतखोरी और जालसाजी हुआ है. साथ ही जिस तरह से मणिपुर में लगातार हिंसा हो रही है, कर्फ्यू लगा हुआ है, गोलियां चल रही हैं, बावजूद केंद्र सरकार मौन है. आज तक प्रधानमंत्री वहां नहीं गए, साथ ही वहां के सीएम भी विफल साबित हुए हैं, फिर भी उन्हें अपदस्थ नहीं किया जा रहा है, जिसके खिलाफ आज कांग्रेस राजभवन मार्च कर रही है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर के साथ ऐसा व्यवहार कर रहे हैं, जैसे मणिपुर राज्य का हिस्सा ही नहीं है.
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि गौतम अडानी, जिनके खिलाफ अमेरिका में मामला दर्ज है, को यहां ईडी ने समन तक नहीं भेजा है. आज पंडित नेहरू और बाबा साहब के बारे में बेबुनियाद बातें कही जा रही हैं. भाजपा और उसके नेताओं का आरक्षण विरोधी रुख उजागर हो गया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी न डरने वाले हैं और न ही पीछे हटने वाले हैं. 2025 संघर्ष का साल होगा. हम गांव-गांव से संपर्क स्थापित करेंगे और कांग्रेस जनता की आवाज उठाती रहेगी.
वहीं झारखंड की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि केंद्र पर हमारा एक लाख छत्तीस हजार करोड़ से ज्यादा बकाया है, जिसे हर हाल में केंद्र को वापस करना होगा. शिल्पी नेहा ने कहा कि झारखंड को उसके अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता.