नई दिल्ली:दिल्ली में पूर्वांचलियों का वोट हासिल करने के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियां दम लगा रही हैं. चुनाव से पहले पूर्वांचलियों को साधने के लिए तमाम वादे किए जा रहे हैं. दिल्ली में 20 से अधिक विधानसभा सीट ऐसी हैं जहां पूर्वांचली वोटर्स हार जीत में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इसी कड़ी में दिल्ली चुनाव में पूर्वांचलियों को साधने के लिए कांग्रेस ने भी घोषणा की.
केजरीवाल पूर्वांचलियों का करते हैं अपमान:सांसद और बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा," भाजपा और आम आदमी पार्टी चुनाव के वक्त सभी अनियमित कॉलोनी को नियमित करने का वादा करती है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही दोनों पार्टियां अपने वादे भूल जाती हैं. एक तरफ अरविंद केजरीवाल पूर्वांचल के लोगों को ये कहकर अपमानित करते हैं कि वे 500 रुपए का टिकट कटाकर आते हैं और 5 लाख का इलाज करा के चले जाते हैं. दूसरी तरफ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा हमारी तुलना बांग्लादेशी घुसपैठियों से करते हैं."
पूर्वांचलियों के लिए अलग मंत्रालय:बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, "दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पूर्वांचल के लोगों के लिए अलग मंत्रालय बनाएंगे. उनके लिए अलग बजट बनाया जाएगा ताकि स्वास्थ्य, शिक्षा समेत तमाम समस्याओं से निजात मिल सके. दिल्ली में पूर्वांचलियों की स्थिति बेहद खराब है."
अनियमित कॉलोनी में बदहाली:कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, "कल संगम विहार में चुनाव प्रचार करने के लिए पहुंचा था. वहां अनियमित कॉलोनी में रह रहे लोग बदहाली की स्थिति में जीवन बसर कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश और बिहार के गांवों में भी इतने बुरे हालात नहीं होते हैं. अनियमित कॉलोनी में रहने वाले लोग जानवरों से भी ज्यादा खराब जिंदगी जीने को विवश हैं.
पूर्वांचलों का दिल्ली के विकास में अहम रोल: अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि पूर्वांचल के लोगों का दिल्ली के विकास में एक अहम भूमिका है. दिल्ली को विश्व स्तरीय शहर बनाने में पूर्वांचलों का उतना ही अहम रोल है जितना यहां रहने वाले स्थानीय लोगों का है.
पूर्वांचल का दिल्ली बनाने में अहम योगदान: कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत्र ने कहा कि पूर्वांचल की भूमि अपने त्याग, तपस्या और तप के लिए जानी जाती है. पूर्वांचल के लोगों ने देश के विभिन्न शहरों के विकास पर अहम भूमिका निभाई है, लेकिन असलियत यह है कि पूर्वांचल के लोग शेरों का सृजन करने में अहम भूमिका तो निभाते हैं लेकिन जब उनके हक की बात आती है तो कहीं ना कहीं उनके साथ बेईमानी की जाती है. यह असलियत है कि दिल्ली को बनाने में यूपी और बिहार के लोगों ने अहम भूमिका निभाई है. कांग्रेस पार्टी द्वारा पूर्वांचलों के लिए मंत्रालय बनाने की घोषणा की गई है.
पूर्वांचलों का हुआ इस्तेमाल: सुप्रिया श्रीनेत्र ने कहा, "एक अलग मंत्रालय बनाना प्रतिबद्धता है कि हम उनके मुद्दों को लेकर सजग हैं. मंत्रालय के लिए अलग बजट निर्धारित किया जाएगा. जिस की पूर्वांचलों को उनका हक मिल सके. देश की राजधानी में करीब 35 लाख से अधिक पूर्वांचली रहते हैं. आम आदमी पार्टी और भाजपा पूर्वांचलों को सिर्फ वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करते आई है. वोट हासिल करने के बाद पूर्वांचलों पर आप और भाजपा ध्यान नहीं देती है."
कांग्रेस करेगी हर वर्ग का विकास: कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा, "इतिहास उठाकर देख लीजिए, दिल्ली हमेशा से सबकी रही है, लेकिन अक्सर चुनाव के समय पूर्वांचलियों को गाली की तरह इस्तेमाल किया जाता है. कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पूर्वांचल के लोगों के साथ ही हर वर्ग का विकास करना है. इसलिए जब आप कांग्रेस की गारंटियों को देखेंगे- जिन्हें 'कांग्रेस का कूपन' नाम दिया गया है, इसमें सभी की बात हो रही है."