देहरादून: डोईवाला नगर पालिका चुनाव में बीजेपी के दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है. 4 बार चेयरमैन का चुनाव जीतने वाली कांग्रेस के लिए इस सीट को जीतना बड़ी चुनौती है. जैसे-जैसे निकाय चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे ही चुनाव प्रचार भी तेज होने लगा है. डोईवाला में जहां नगर पालिका अध्यक्ष के लिए दोनों पार्टी के नेता अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं. वहीं निर्दलीय प्रत्याक्षी भी ताल ठोक रहे हैं.
बता दें कि डोईवाला नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी से नरेंद्र सिंह नेगी उम्मीदवार हैं, तो कांग्रेस से सागर मनवाल चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस के बागी नेता राजवीर सिंह खत्री भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. खत्री ने यहां मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
बीजेपी के लिए डोईवाला सीट साख का सवाल:60 हजार वोटर वाली डोईवाला नगर पालिका कई लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जाती है. पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत डोईवाला से पूर्व विधायक रहे हैं और वर्तमान में हरिद्वार से सांसद हैं. उनके संसदीय क्षेत्र में डोईवाला क्षेत्र भी है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी हरिद्वार से पूर्व सांसद रहे हैं. वित्त व शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का गृह क्षेत्र भी डोईवाला है. वहीं वर्तमान डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला भी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खास माने जाते हैं. इसलिए बीजेपी के लिए अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को जिताना उनकी साख का सवाल है.
क्या कांग्रेस दोहरा पाएगी जीत का इतिहास?:अगर बात कांग्रेस की करें तो उसके लिए भी इस सीट को जीतना जरूरी बन जाता है. क्योंकि नगर पंचायत से लेकर नगर पालिका बनने के बाद तक 4 बार अध्यक्ष पद पर कांग्रेस पार्टी का कब्जा रहा है और 2 बार चेयरमैन पद पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस से बागी हुए उम्मीदवार भी कांग्रेस प्रत्याशी के वोट में सेंधमारी की भरपूर कोशिश करेंगे. वोटिंग के लिए अभी कुछ दिन ही बचे हैं, इस चुनावी बिसात में कौन किस पर भारी पड़ता है ये देखना रोचक होगा.