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केदारनाथ में बारिश से हुए नुकसान की भरपाई करेगी धामी सरकार, 9 करोड़ 8 लाख रुपए किए जारी - Relief amount for Kedarnath traders

Relief amount for Kedarnath traders 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार ने 9 करोड़ 8 लाख रुपए की राहत जारी की है. ये राशि आपदा से प्रभावित व्यापारियों को दी जाएगी.

Relief amount for Kedarnath traders
बारिश से हुए नुकसान की भरपाई करेगी धामी सरकार (photo- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 5, 2024, 9:15 PM IST

देहरादून: राज्य में इस मानसून सीजन के दौरान हुए भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई क्षेत्रों में आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है. इसी क्रम में 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में भारी बारिश होने से लिनचौली से सोनप्रयाग तक पैदल और मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे प्रभावित तमाम व्यापारियों को राहत पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री राहत कोष से 9 करोड़ 8 लाख की राहत राशि को मंजूरी दे दी है. इस संबंध में सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली ने शासनादेश भी जारी कर दिया है.

31 जुलाई को केदारनाथ में बारिश ने मचाई थी तबाही:रुद्रप्रयाग जिला अधिकारी को जारी किए गए पत्र के अनुसार, 31 जुलाई को भारी बारिश के चलते लिनचौली से सोनप्रयाग तक पैदल ट्रैक और मोटरमार्ग के क्षतिग्रस्त होने से प्रभावित हुए तमाम व्यापारियों को राहत दिए जाने को लेकर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. बैठक के दौरान आपदा प्रभावितों को सहायता राशि के रूप में करीब 9 करोड़ 8 लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से जारी करने का प्रस्ताव किया गया था.

ई बैंकिंग या फिर डिमांड ड्राफ्ट के जरिए भुगतान की जाएगी राशि:ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री राहत कोष से लिनचौली से सोनप्रयाग तक के अतिवृष्टि के प्रभावितों के नुकसान की भरपाई के लिए जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को धनराशि जारी की गई है. ये धनराशि प्रभावितों को शासनादेश में किए गए प्रावधानों के आधार पर ई बैंकिंग या फिर डिमांड ड्राफ्ट के जरिए भुगतान की जाएगी.

व्यापारियों को हुआ था भारी नुकसान:31 जुलाई को भारी-भारी बारिश के चलते केदारनाथ धाम जाने वाले मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिससे केदारनाथ धाम यात्रा भी बंद हो गई थी. जिससे व्यापारियों को काफी अधिक नुकसान हुआ था.

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