हजारीबागः इन दिनों झारखंड की राजनीति में हलचल मची हुई है. रांची से लेकर दिल्ली तक जनप्रतिनिधि मंत्री बनने की होड़ में लगे हुए हैं. दूसरी ओर झारखंड के मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्री हेमंत सोरेन को भूल नहीं पा रहे हैं. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि क्या झारखंड में हेमंत पार्ट 2 की सरकार चल रही है. इस बात को लेकर विपक्ष भी सरकार पर निशाना साध रहा है.
हजारीबाग में अबुआ आवास योजना का स्वीकृति पत्र बांटने के लिए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री बादल पत्र लेख और सत्यानंद भोक्ता सोमवार को यहां पहुंचे. लाभुकों के बीच स्वीकृति पत्र का वितरण किया. इसके बाद सीएम के साथ साथ अन्य मंत्रियों ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित किया. इस दौरान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने भाषण में 27 बार से अधिक हेमंत सोरेन का नाम लिया है, जो यह दर्शाता है कि हेमंत सोरेन को अब तक ये नई सरकार नहीं भूल पा रही है और हेमंत सोरेन ही सरकार की कमान संभाले हुए हैं.
सिर्फ झारखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का ये हाल नहीं है. कमोबेश हजारीबाग पहुंचे दो अन्य मंत्री बादल पत्र लेख और सत्यानंद भोक्ता भी हेमंत सोरेन का नाम मंच से दर्जनों बार लिया. पूरे भाषण पर गौर किया जाए तो मंत्री बादल पत्रलेख ने 11 बार तो सत्यानंद भोक्ता ने 9 बार हेमंत सोरेन का जिक्र अपने भाषण में किया है. हर एक योजना को धरातल पर उतरने को लेकर मंत्रियों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विषय में लोगों को बताया.
हर कार्यक्रम में बार-बार हेमंत सोरेन का नाम जिक्र करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तंज कसा है. बीजेपी राज्य कार्यकारिणी सदस्य बटेश्वर मेहता कहते हैं कि हेमंत सोरेन जेल में है और जो वर्तमान में मंत्री हैं वो डमी है. सरकार में भय का वातावरण है, इस कारण वो हर बात को लेकर हेमंत सोरेन का नाम लेते हैं. झारखंड के लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. इसका जवाब आने वाले चुनाव में जनता देगी.