जोधपुर :राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदलने के साथ-साथ बदली सरकार पुरानी सरकार के कई बड़े फैसलों को पलट रही है. इस बीच प्रदेश की भजनलाल सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बड़े फैसले को यथावत रखा है. अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेश में मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी बनाने का निर्णय लिया था, जिसके तहत कुलपति की नियुक्ति भी हो गई थी, लेकिन सरकार बदलने के बाद इस बात को लेकर संशय था कि यूनिवर्सिटी शुरू होगी या नहीं. भजनलाल सरकार ने गहलोत के निर्णय को यथावत रखते हुए शुक्रवार को मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी का कार्य क्षेत्र तय कर दिया है. इसके तहत इस यूनिवर्सिटी के दायरे में प्रदेश के 23 जिलों के स्वास्थ्य संस्थान आएंगे.
नागौर रोड पर बन रही यूनिवर्सिटी :मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी का फैसला यथावत रखने के संकेत स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भजनलाल सरकार बनने के बाद दिए थे. इसके बाद एक कमेटी बनाकर कार्य क्षेत्र घोषित किया गया है. यूनिवर्सिटी के लिए गहलोत सरकार ने नागौर रोड पर जमीन आवंटित की थी, जिस पर निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है.
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हमारा क्षेत्राधिकार तय हो गया है. 1 सितंबर से क्षेत्र के संस्थानों का एफिलेशन शुरू कर देंगे. यूनिवर्सिटी की जमीन के बाउंड्री वॉल का काम पूरा हो गया है. एडमिन ब्लॉक का काम तेजी से चल रहा है.: डॉ. एमके आसेरी, कुलपति
भजनलाल सरकार ने निर्णय को यथावत रखा (ETV Bharat)
यह 23 जिले आएंगे दायरे में :मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत जोधपुर संभाग के जोधपुर, बालोतरा, जैसलमेर, फलोदी, बाड़मेर और जोधपुर ग्रामीण जिले के स्वास्थ्य संस्थान आएंगे. पाली संभाग के पाली, सिरोही, जालोर, सांचौर , उदयपुर संभाग के उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सलूंबर और भीलवाड़ा बांसवाड़ा संभाग के बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ और डूंगरगढ़ जिले के स्वास्थ्य संस्थान आएंगे. इसी तरह बीकानेर संभाग के बीकानेर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़, श्री गंगानगर जिला और नागौर जिले के स्वास्थ्य संस्थान आएंगे. इनमें 2025-26 में 18 मेडिकल कॉलेज, छह डेंटल, छह फिजियोथैरेपी और दो पैरा मेडिकल कॉलेज का एफिलेशन होगा.