नई दिल्ली:लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट और लद्दाख की विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने वाले सोनम वांगचुक को दिल्ली पुलिस ने सिंधु बॉर्डर से हिरासत में ले लिया. सोनम वांगचुक को हिरासत में लेने के बाद से ही अब यह मुद्दा राजनीतिक गलियारों में एक बड़ा मुद्दा बन गया. शायद इसी का परिणाम रहा कि यह खबर सुनने के बाद आम आदमी पार्टी एक्टिव मोड में आ गई.
मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री आतिशी सोनम वांगचुक से मिलने के लिए बवाना थाने पहुंची. हालांकि, इस दौरान मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि उन्हें पुलिस ने वांगचुक से नहीं मिलने दिया. मुख्यमंत्री ने इसको लेकर केंद्र सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल दोनों पर ही गंभीर आरोप भी लगाए. वहीं, मुख्यमंत्री आतिशी के जाने के बाद स्थानीय आम आदमी पार्टी के विधायक जय भगवान उपकार अपने समर्थकों के साथ बवाना थाने के बाहर प्रदर्शन पर बैठ गए.
आप विधायक और उनके समर्थकों ने इस दौरान थाने के बाहर जमकर बवाल काटा, और दिल्ली पुलिस के बहाने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. विधायक जय भगवान उपकार ने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी सोनम वांगचुक से मिलने आई थी, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया, जो सीधे तौर पर मोदी सरकार की तानाशाही को दिखाता है.
AAP विधायक व समर्थकों ने बवाना थाने के बाहर किया प्रदर्शन (ETV BHARAT) एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक को उनके समर्थकों के साथ दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से दिल्ली पुलिस ने सोमवार रात को हिरासत में लिया है. वांगचुक दिल्ली में दाखिल होना चाहते थे. वांगचुक हिमाचल, चंडीगढ़ से होते हुए सोमवार शाम को दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पहुंचे थे. लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया. दिल्ली में धारा 163 लगे होने का हवाला भी दिया गया है. वांगचुक लद्दाख को स्पेशल राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे हैं. इसलिए वो काफी दिनों से पैदल मार्च करते हुए दिल्ली की तरफ आ रहे थे.
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