नई दिल्ली: दिल्ली में लोगों को अक्टूबर के अंत तक टूटी सड़कों से निजात मिल जाएगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार को दिल्ली सचिवालय में सभी मंत्रियों और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी मंत्री विधायकों और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ दिल्ली में पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आने वाली 1400 किलोमीटर सड़कों का निरीक्षण करेंगे. इसके बाद कहां पर सड़क का पुनर्निर्माण करना है? कहां पर पैच वर्क करना है? यह निश्चित किया जाएगा. अक्टूबर के अंत तक लोगों को दिल्ली में टूटी सड़कों से निजात मिल जाएगी.
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक: मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जगह-जगह दिल्ली में सड़कों का निरीक्षण किया और मुझे पत्र लिखकर सड़कों को ठीक करने की मांग की थी. इसको लेकर रविवार को दिल्ली सचिवालय में सभी मंत्रियों और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की गई. बैठक में निर्णय लिया गया है कि सोमवार सुबह 6:00 बजे से सभी मंत्री अलग-अलग हिस्सों में स्थानीय विधायकों और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ सड़क का निरीक्षण करेंगे. सभी को अलग-अलग हिस्से में निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है.
मंत्रियों को अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी:आतिशी ने कहा कि वह खुद ग्राउंड पर जाएंगी. उन्होंने साउथ और साउथ ईस्ट जिला की जिम्मेदारी ली है. सौरभ भारद्वाज ने ईस्ट दिल्ली की जिम्मेदारी ली है. गोपाल राय ने नॉर्थ ईस्ट की जिम्मेदारी ली है और कैलाश गहलोत ने वेस्ट और साउथ वेस्ट दिल्ली की सड़कों के निरीक्षण की जिम्मेदारी ली है. इमरान हुसैन ने केंद्रीय और नई दिल्ली में सड़कों के निरीक्षण की जिम्मेदारी ली है. मंत्री मुकेश अहलावत ने नॉर्थ और नॉर्थ वेस्ट दिल्ली में सड़कों के निरीक्षण की जिम्मेदारी ली है. एक-एक मीटर सड़क का निरीक्षण कर उसे ठीक कैसे किया जा सकता है? इस पर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से बातचीत कर कार्य योजना तैयार की जाएगी.