भारत के नियाग्रा नाम से मशहूर चित्रकोट जलप्रपात का बारिश के मौसम में क्या है हाल, जानिए - Chitrakote Waterfall - CHITRAKOTE WATERFALL
छत्तीसगढ़ का नक्सलगढ़ बस्तर अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है. यहां भारत का नियाग्रा के नाम से मशहूर और बस्तर की जान कहलाने वाला चित्रकोट जलप्रपात भी मौजूद है. भारी बारिश के बीच चित्रकोट जलप्रपात की खूबसूरती पर्यटकों को खूब लुभा रही है.
पर्यटकों को लुभा रही मशहूर चित्रकोट जलप्रपात (ETV Bharat Chhattisgarh)
बस्तर : भारत का सबसे खूबसूरत चित्रकोट जलप्रपात बारिश के मौसम में और भी खूबसूरत हो गया है. छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच चित्रकोट वाटरफॉल का बेहद खूबसूरत नजारा पर्यटकों को खूब लुभा रहा है. इंद्रावती नदी का जलस्तर कम होते ही चित्रकोट जलप्रपात की खूबसूरती को निहारने देशभर से पर्यटक बस्तर पहुंच रहे हैं.
चित्रकोट जलप्रपात को देखने लगी पर्यटकों की भीड़ (ETV Bharat Chhattisgarh)
चित्रकोट जलप्रपात में पर्यटकों की उमड़ी भीड़ : चित्रकोट जलप्रपात की सुंदरता को देखने के लिए चित्रकोट में साल भर देश-विदेश के पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है. लेकिन बारिश के दिनों में इसकी खूबसूरती और भी बढ़ गई है. चित्रकोट वाटरफॉल में इंद्रावती नदी का पानी लगभग 90 फीट की ऊंचाई से दहाड़ते हुए नीचे गिरता है. लेकिन इंद्रावती नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से चित्रकोट जलप्रपात में पानी के गिरने की ऊंचाई कम होकर लगभग 40 फीट के बराबर आ गई है. इसी सुंदर दृष्य को देखने के लिए अब पर्यटक चित्रकोट पहुंच रहे हैं. वर्तमान में हर दिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक चित्रकोट जलप्रपात को देखने आ रहे हैं.
चित्रकोट जलप्रपात का ड्रोन व्यू (ETV Bharat Chhattisgarh)
क्यों कहा जाता है भारत का नियाग्रा ? :छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग प्रकृति की सुंदरता से भरपूर है. बस्तर से होकर इंद्रावती नदी बहती है, जो एक जगह पर जाकर ऊंचाई से गिरते हुए जलप्रपात का रूप ले लेती है. देशभर में इसे चित्रकोट जलप्रपात के नाम से जाना जाता है. हर साल बारिश के दौरान जैसे ही इंद्रावती नदी में जलस्तर बढ़ता है, वैसे ही बाढ़ की स्थित बनती है और चित्रकोट जलप्रपात का बेहद खूबसूरत नजारा सामने आता है. इस जलप्रपात का आकर घोड़े के पैरों के समान है. इसी वजह से चित्रकोट जलप्रपात को भारत का नियाग्रा भी कहा जाता है.
इंद्रावती नदी में जल स्तर डेंजर लेवल से नीचे : छत्तीसगढ़ के बस्तर में पिछले 4-5 दिनों तक मूसलाधार बारिश हुई है, जिसके बाद अब रिमझिम बारिश जारी है. भारी बारिश की वजह से बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी का वॉटर लेवल बीते दिनों खतरे के निशान को पार कर गया था. हालांकि, राहत की बात यह है कि बारिश की रफ्तार कम होते ही इंद्रावती नदी में जल स्तर डेंजर लेवल से नीचे आ गया है. इससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की परेशानी थोड़ी कम हुई है. इसके साथ ही लोग अब बस्तर की जान कही जाने वाली चित्रकोट जलप्रपात की खूबसूरती को निहारने के लिए पहुंच रहे हैं.
इंद्रावती नदी में जलस्तर बढ़ा (ETV Bharat Chhattisgarh)
कहां है इंद्रावती नदी का उद्गम स्थल ? : बस्तर जिले में केवल एक ही बड़ी नदी है इंद्रावती नदी, जिसका उद्गम स्थल उड़ीसा के कालाहांडी है. इंद्रावती नदी कालाहांडी से निकलकर बस्तर से होते हुए दंतेवाड़ा के बाद बीजापुर जिले को पार आगे गोदावरी नदी में मिल जाती है. हर साल बारिश के दौरान इंद्रावती नदी में जलस्तर बढ़ने से बस्तर, दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले में डुबान की स्थित बनती है. इस वजह से कई गांव टापू में ताब्दील हो जाते हैं और ब्लॉक मुख्यालय व जिला मुख्यालय से कट जाते हैं.