छिन्दवाड़ा : भले ही चुनावी मौसम नहीं है लेकिन छिंदवाड़ा में राजनीतिक नजारे 'चुनावी' नजर आ रहे हैं. दरअसल, तीन दिनों के दौरे पर छिंदवाड़ा पहुंचे पूर्व सांसद नकुलनाथ एक बार फिर क्षेत्र में सक्रिय नजर आ रहे हैं. शहर में वे कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की लगातार बैठकें लेकर संगठन में कसावट लाने की कवायद कर रहे हैं. इस दौरान कहीं वे ग्रामीण इलाकों में जाकर कभी गन्ने का रस निकालते नजर आए तो कभी खेतों में खाट पर बैठकर बाजरे की रोटी और साग का आनंद लेते दिखे.
गन्ना किसानों से मिलने खेतों में पहुंचे नकुलनाथ
छिंदवाड़ा दौरे के दौरान पूर्व सांसद नकुलनाथ का काफिला अचानक गन्ना उत्पादक किसानों के बीच पहुंच गया. किसानों ने चर्चा में उन्हें बताया कि विगत कुछ वर्षों से गन्ने के दाम में कोई बड़ी बढ़ोत्तरी नहीं हुई, जिसके चलते कई बार लागत निकालना भी मुश्किल साबित होता है. इस दौरान उन्होंने पास ही चल रहे घाने में गन्ने से रस निकाला और गुड़ के उत्पादन के संबंध में जानकारी ली.
नकुलनाथ ने भाजपा पर साधा निशाना
नकुलनाथ ने उपस्थित किसानों से चर्चा में कहा, '' जिले, प्रदेश व देश में किसान फसलों का उत्पादन तो कर रहा किन्तु उसे अपनी ही उपज के दाम तय करने का अधिकार प्राप्त नहीं है. देश के किसान अपनी जायज मांगों को लेकर लगातार आंदोलित हो रहे हैं. लागत बढ़ने व फसलों का उचित मूल्य नहीं मिलना अब आम बात हो चुकी. प्राकृतिक आपदा से नष्ट हुई फसलों का मुआवजा देने की बात भाजपा सरकार की ओर से कही गई थी, लेकिन हमारे जिले के एक भी किसान को मुआवजा नहीं मिला. मुआवजा तो दूर की बात उनके खेतों में नष्ट हुई फसलों का सर्वे तक नहीं कराया गया. भाजपा सरकार का किसानों के प्रति ऐसा रूख हमेशा रहा है.''