छिंदवाड़ा : हर घर में नल से जल अभियान की शुरुआत करके पीएम मोदी ने साफ पीने का पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा है लेकिन छिंदवाड़ा जिले में आधे से ज्यादा घरों तक अभी भी पानी नहीं पहुंचा है. जल जीवन मिशन में घोटाले का आरोप लगाकर कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में हंगामा भी किया है. वहीं छिंदवाड़ा कलेक्टर ने रिव्यू मीटिंग लेकर योजना से जुड़े अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई.
1लाख से ज्यादा घरों तक पेयजल पहुंचना बाकी
जलजीवन मिशन के तहत जिले के ग्रामीण इलाकों में अब भी 1 लाख 3 हजार घरों में शुद्ध पानी पहुंचाना बाकी है. इसके अलावा 722 गांवों में भी जल निगम के निर्माण काम की रफ्तार कमजोर है. जानकारी के अनुसार जलजीवन मिशन के तहत जिले के ग्रामीण इलाकों में हर घर तक शुद्ध जल पहुंचाने की बड़ी योजना जारी है. 3 लाख 52 हजार 978 घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन तीन सालों में पीएचई विभाग 2 लाख 49 हजार घरों में ही नल कनेक्शन जोड़ पाई है. अब भी 1 लाख 3 हजार घरों में रहने वाले लोग पानी के लिए जद्दोजहद करने मजबूर हैं.
कांग्रेस ने विधानसभा में उठाया जल जीवन मिशन का मुद्दा (Etv Bharat)
15 दिसम्बर तक छिन्दवाड़ा जिले के आंकड़े
3 लाख 52 हजार 978 परिवार
2 लाख 49 हजार 782 घरों में जोड़ा कनेक्शन
1 लाख 3 हजार 196 कनेक्शन देना बाकी
9 माह में बांटे 30 हजार कनेक्शन
माह
कनेक्शन
अप्रैल
1,195
मई
3,217
जून
2,928
जुलाई
3,095
अगस्त
2,639
सितंबर
4,141
अक्टूबर
7,212
नवंबर
4,465
नोट- सभी आंकड़े पीएचई विभाग द्वारा जारी
तीन ब्लॉक में सबसे कम रफ्तार
जल जीवन मिशन के तहत चल रहे निर्माण कार्यों में अमरवाड़ा, हर्रई और जमाई में सबसे कम रफ्तार देखने मिल रही है. यहां अब भी 50 फीसदी निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं. पीएचई के ईई करण सिंह कुसरे ने बताया कि बारिश के दौरान निर्माण कार्यों की रफ्तार धीमी पड़ गई थी लेकिन अब फिर से निर्माण कार्यों को समय पर पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है. सतत मॉनिटरिंग जारी है. गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
कलेक्टर ने दी अधिकारियों को बर्खास्त करने की चेतावनी (Etv Bharat)
कलेक्टर तमतमाए, बोले अगली बैठक में कर बर्खास्त दूंगा
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने जिले में जल जीवन मिशन की धीमी गति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है. सबसे कम प्रगति पर अमरवाड़ा, हर्रई और जामई के सहायक यात्रियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही पी.एच.ई. के सभी सहायक यंत्रियों को एक महीने का समय देते हुए प्रगति करने के सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा, ''अगली समीक्षा बैठक तक अपेक्षित प्रगति नहीं पाए जाने पर संबंधित सहायक यंत्री के विरुद्ध निलंबन का प्रस्ताव भेजा जाएगा.''
कलेक्टर ने मध्यप्रदेश जल निगम के अधिकारियों को काम में तेजी लाने और माचागोरा ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना के अंतर्गत इंटेकवेल और ओवरहेड टैंक का काम निर्धारित समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए. साथ ही रोड रेस्टोरेशन के कार्य में असंतोष व्यक्त किया और ठीक से कराने के निर्देश दिए.