छत्तीसगढ़ी भाषा में ग्रेजुएट्स को मिलेगी नौकरी, मंत्री ने विधानसभा में किया ऐलान
Chhattisgarhi Language Graduates To Get Jobs छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र की कार्रवाई 10वें दिन भी जारी है.दसवें दिन शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से शिक्षक भर्ती संबंधी सवाल पूछे गए.जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में ग्रेजुएशन करने वालों को भी मौका देने की बात कही.Brijmohan Agrawal in Assembly Session
रायपुर :छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के 10वें दिन की कार्यवाही जारी है. जिसमें गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद ने शिक्षक भर्ती को लेकर प्रश्न पूछा. कुंवर सिंह निषाद के प्रश्न पर विधायक भूपेश बघेल ने समर्थन करते हुए कहा कि कुंवर सिंह निषाद के प्रश्न पर बृजमोहन ने उत्तर दिया.जिसमें 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की बात कही गई.लेकिन इसमें उन विद्यार्थियों का क्या जिन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में एमए किया है.
कुंवर सिंह निषाद ने पूछा प्रश्न : विधायक कुंवर सिंह निषाद ने विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री से प्रश्न पूछा कि ''गुरु घासीदास के लाइन मनखे मनखे एक समान की तरह छत्तीसगढ़ी भाषा में हमारे प्रदेश के नौनिहालों की शिक्षा की व्यवस्था हो.जिसके लिए प्राथमिक स्तर पर छत्तीसगढ़ी भाषा में अलग से भर्ती की जाए.ताकि छत्तीसगढ़ी भाषा का सम्मान हो सके.''
शिक्षा मंत्री ने दिया जवाब :इस प्रश्न के जवाब में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि माननीय महोदय का प्रश्न काफी सराहनीय है.लेकिन पहले ये तय कर लें कि प्रदेश में करना क्या चाहते हैं. पांच साल सिर्फ छत्तीसगढ़ी शब्द का उच्चारण करते रहे.अब छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने की बात कह रहे हैं.तो फिर प्रदेश में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की स्थापना क्यों की गई.क्यों नहीं छत्तीसगढ़ी भाषा में पढ़ाई करवाई.पहले ये तय कर लें कि हमारा लक्ष्य क्या है.क्या हमें छत्तीसगढ़ के बच्चों को भावनात्मक रूप से आगे बढ़ाना है या फिर राष्ट्र के लिए तैयार करना है.छत्तीसगढ़ के बच्चों का एजुकेशन राष्ट्रीय स्तर का होना चाहिए.फिर भी मैं ये घोषणा करता हूं कि प्रदेश में जिन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में एमए हिंदी किया है उनकी भी भर्ती की जाएगी.
बृजमोहन के जवाब पर भूपेश बघेल का प्रश्न : इस प्रश्न के उत्तर के बाद कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल ने बृजमोहन अग्रवाल से दोबारा प्रश्न किया. भूपेश बघेल ने कहा '' माननीय मंत्री महोदय ने शिक्षकों की भर्ती में छत्तीसगढ़ी भाषा हिंदी के लिए भर्ती करने की बात कही है.लेकिन जो प्रश्न था उसमें स्पष्ट लिखा है कि छ्त्तीसगढ़ी भाषा में ग्रेजुएशन करने वालों के लिए क्या सरकार भर्ती करेगी.हमारे प्रदेश में बच्चों ने सिर्फ हिंदी ही नहीं दूसरे विषयों में भी ग्रेजुएशन किया है.क्या उनके लिए सरकार नौकरी का प्रावधान करेगी.''
भूपेश बघेल के सवाल का जवाब :भूपेश बघेल के सवाल के जवाब में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ''जिन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में भी एमए किया है. उन्हें भी मौका दिया जाएगा.'' यानी छत्तीसगढ़ी भाषा में एमए करने वाले छात्रों की चिंता बीजेपी सरकार ने दूर कर दी है. छत्तीसगढ़ी में एमए करने वाले छात्रों को पढ़ाई के बाद अपने भविष्य की चिंता सता रही थी.लेकिन अब सरकार के जवाब से कहीं ना कहीं उन छात्रों के अंदर उम्मीद की किरण जागी है,जिन्होंने छत्तीसगढ़ी भाषा में एमए किया है.
पूर्व सीएम ने की थी घोषणा : आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ की पूर्व कांग्रेस सरकार में छत्तीसगढ़ी भाषा को आगे लाने के लिए भूपेश बघेल ने प्रयास किए थे. इंडोर स्टेडियम के भेंट मुलाकात के दौरान छत्तीसगढ़ी भाषा में एमए करने वालों ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल से सवाल पूछा था. सवाल ये था कि क्या प्रदेश में छत्तीसगढ़ी भाषा से ग्रेजुएशन करने वालों को मौका मिलेगा.इस सवाल के जवाब में तब भूपेश बघेल ने कहा था कि प्रदेश में जो अगली वैकेंसी निकलेगी उसमें छत्तीसगढ़ी भाषा में पढ़ाई करने वालों के लिए वैकेंसी होगी.लेकिन चुनाव में जनता ने कांग्रेस के बजाए बीजेपी को चुना.ऐसे में विपक्ष में रहते हुए भूपेश बघेल ने सरकार से छत्तीसगढ़ी भाषा में ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों के लिए सवाल पूछा.जिस पर मौजूदा सरकार में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जवाब दिया.