छत्तीसगढ़ एसआई भर्ती परीक्षा का रिजल्ट घोषित करने की मांग, गृहमंत्री निवास के बाहर पहुंचे सैकड़ों कैंडिडेट्स - CHHATTISGARH SI RECRUITMENT EXAM
छत्तीसगढ़ एसआई परीक्षा रिजल्ट घोषित की मांग को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थी गृहमंत्री के बंगले के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. अभ्यर्थियों ने अब इच्छामृत्यु की मांग कर दी है.
छत्तीसगढ़ एसआई परीक्षा रिजल्ट घोषित करने की मांग (ETV Bharat)
रायपुर:छत्तीसगढ़ में एक बार फिर एसआई भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बार अभ्यर्थी गृहमंत्री विजय शर्मा के बंगले के बाहर बैठकर प्रोटेस्ट कर रिजल्ट घोषित करने की मांग कर रहे हैं. सैकड़ों की तादाद में अभ्यर्थी धरने पर बैठे हुए हैं. इनके हाथों में तख्ती है, जिसमें इन्होंने जल्द रिजल्ट घोषित करने की मांग की है.
इच्छामृत्यु की मांग की:गृहमंत्री के बंगले के बाहर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी हाथों में तख्ती लेकर बैठे हुए हैं. इन तख्ती पर इन्होंने लिखा है, "जल्द रिजल्ट घोषित करें या इच्छा मृत्यु दें". वहीं प्रदर्शकारियों को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने गृहमंत्री के बंगले के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है. साथ ही अतिरिक्त बल बुलाया गया है. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को हटाने के लिए पुलिस प्रशासन को आधे घंटे का समय दिया गया है.
गृहमंत्री के घर में घुसे प्रदर्शनकारी: जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारी गृहमंत्री के बंगले के अंदर पहुंच गए. ये सभी अभ्यार्थी उनसे मुलाकात की जिद कर रहे हैं. इन प्रदर्शनकारियों में महिलाएं और उनके साथ कुछ बच्चे भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि गृहमंत्री अभी अपने बंगले में नहीं हैं.
कांग्रेस का साय सरकार पर निशाना (ETV Bharat)
कांग्रेस का साय सरकार पर निशाना: इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, "जितने भी इस तरह के मामले हैं, उनका निपटारा 100 दिनों में कर दिया जाएगा. ऐसा भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में कहा था, लेकिन अब सरकार बने 9 माह बीत चुके हैं. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. सरकार कोई फैसला नहीं ले रही है."
जानिए क्या है मामला ?: साल 2018 में छत्तीसगढ़ में एसआई भर्ती परीक्षा की वैकेंसी भाजपा शासन काल में निकाली गई थी. इसके बाद कांग्रेस की सरकार आ गई. 5 साल बीत गए. एक बार फिर भाजपा सरकार आ गई. हालांकि एसआई रिजल्ट की घोषणा अब तक नहीं हुई. साल 2023 में ये परीक्षा हुई है. 8 माह बीत जाने के बाद भी रिजल्ट की घोषणा नहीं हुई है. 1300 से अधिक स्टूडेंट्स ने ये परीक्षा दी थी. रिजल्ट घोषणा को लेकर फरवरी माह में भी अभ्यर्थियों ने रायपुर में कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया था.