छत्तीसगढ़ के वोटर्स की बात " रोजगार के लिए करेंगे मतदान" - Chhattisgarh ke Voters ki Baat
छत्तीसगढ़ के वोटर्स लोकसभा चुनाव में किन मुद्दों को लेकर मतदान करेंगे. ये जानने के लिए ईटीवी भारत भिलाई के मैत्री बाग पहुंची. यहां आने वाले अलग-अलग जिलों के लोगों से बातचीत की. मतदाताओं ने रोजगार के लिए मतदान करने की बात कही है.
रायपुर: लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. जहां एक ओर भाजपा केंद्र के 10 साल के कार्यकाल और वर्तमान के साय सरकार के तीन महीने की योजनाओं को लेकर जनता के बीच जा रही है. तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल की विफलताओं और वर्तमान में साय सरकार के 3 महीने की नाकामियों को जनता के बीच गिना रही है. इस बीच छत्तीसगढ़ की जनता का क्या मूड है? जानने के लिए ईटीवी भारत भिलाई के मैत्री बाग पहुंची. यहां युवाओं सहित आम जनों से ईटीवी भारत ने बातचीत की और वोटरों का मन टटोलने की कोशिश की.
नहीं दिख रहा चुनावी माहौल:ईटीवी भारत से बीतचीत के दौरान मैत्री बाग आए राजनांदगांव के बुधराम साहू ने कहा कि, "अभी तक हमारे यहां चुनाव का माहौल नजर नहीं आ रहा है. कोई भी नेता हमारे क्षेत्र में नहीं पहुंचा है. कांग्रेस से भूपेश बघेल और बीजेपी से संतोष पांडे चुनाव लड़ रहे हैं. हमारे लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां काम हुआ है. वहीं, प्रधानमंत्री का कामकाज भी ठीक है. फिलहाल देश में भाजपा की लहर चल रही है."
फिलहाल नहीं दिख रहा चुनावी हलचल:वही, धमतरी से पहुंचे श्रीनारायण ने कहा कि, "धमतरी में कौन चुनाव लड़ रहा है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है. वहां महासमुंद लोकसभा पड़ता है. अभी चुनाव की हलचल देखने को नहीं मिल रही है. सब शांत है. सरकार अपने हिसाब से ठीक-ठाक कम कर रही है. देश की बात की जाए तो जोर-जोर के साथ दोनों ही पक्ष अपना प्रचार कर रहे हैं. ऊपर वाले की जिस पर कृपा होगी, वह प्रधानमंत्री बनेगा."
रोजगार को देना चाहिए बढ़ावा:रायपुर के लोकेश चंद्राकर ने कहा कि, "लोग सरकार से क्या चाहते हैं? वह लोगों पर डिपेंड करता है. मेरी बात की जाए तो साल 2014 की तो इकोनॉमी के क्षेत्र में हम 15वें स्थान पर थे. आज हम पांचवें स्थान पर पहुंच गए. हम दूसरे देशों को छोड़ दिया जाए तो बहुत आगे बढ़ गए हैं. हमारी जीडीपी का आकार बढ़ गई है. नितिन गडकरी ने भी सड़क मार्ग का बहुत विकास किया, जिससे लोगों की आवाजाही आसान हो रही है. रोजगार की बात की जाए तो अभी उसमें मंदी है. हम युवा हैं, हम जान रहे हैं कि रोजगार की स्थिति क्या है? रोजगार में सरकार को बढ़ावा देना चाहिए, जो पोस्ट निकलने चाहिए थे, वह नहीं निकल रहे हैं."
विकास पर नहीं दिया गया ध्यान:वहीं, रायपुर के वेद साहू ने कहा कि, "वर्तमान में सांसद भाजपा के थे, जिन्होंने उतना ज्यादा विकास नहीं किया, लेकिन इस बार भाजपा फिर आएगी, क्योंकि विकास होगा. लेकिन नौकरी देने के बाद की जाए तो वह भाजपा ने नहीं दिए. 10 साल डेवलपमेंट और जीडीपी पर भाजपा सरकार ने ध्यान दिया. अब दूसरे विकास किए जाएंगे.
मध्यम वर्ग के लिए कुछ करे सरकार: इसके अलावा केशकाल से आए कैलाश यादव ने कहा कि, "हमारे लोकसभा क्षेत्र में चुनाव जैसा माहौल दिख रहा है. वर्तमान सांसद के कामकाज की बात करें तो ठीक-ठाक ही रहा. फिलहाल भाजपा के पक्ष में माहौल दिख रहा है. पहले जहां कांग्रेस के विधायक थे, वहां पर भाजपा के विधायक हैं. भाजपा इस दौरान अपने कामकाज को दिखा रही है. मध्यम वर्ग के लिए यदि मोदी और बेहतर कुछ कर सकती है, तो अच्छा होता. रोजगार की ज्यादा जानकारी नहीं है मुझे, लेकिन यह जरूर है कि व्यवसाय करने का माहौल है. स्टार्टअप की व्यवस्था की गई है."
यानी कि कुल मिलाकर छत्तीसगढ़ के वोटर रोजगार को बढ़ावा देने की बात कह रहे हैं. यानी कि देश ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी रोजगार बड़ा मुद्दा है.