छत्तीसगढ़ के आरक्षक का कमाल, बाढ़ में फंसे नवजात बच्चे सहित घर के लोगों की बचाई जान - Chhattisgarh constable saved lives - CHHATTISGARH CONSTABLE SAVED LIVES
CHHATTISGARH CONSTABLE SAVED LIVES बिलासपुर जिले के रतनपुर क्षेत्र में लगातार बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बगदेवा पथरापाली में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कई घर बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. कई गांवों का एक दूसरे से संपर्क टूट गया है. इस बीच एक आरक्षक ने बहादुरी दिखाई और बाढ़ में फंसे परिवार को बाहर निकाला.
बिलासपुर:छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में लगातार बारिश हो रही है. इस बारिश से ऐसी स्थिति बनी कि बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के अंतिम छोर में बसे बगदेवा गांव का दर्जनों गांवों से संपर्क टूट गया. ग्रामीण जान बचाने के लिए अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए मजबूर हो गए हैं. ऐसे में एक आरक्षक ने बाढ़ में फंसे परिवार के सदस्यों की जान बचाई और सराहनीय काम किया है.
छत्तीसगढ़ के आरक्षक का कमाल (ETV Bharat)
बगदेवा गांव के रहने वाले स्वामी दास महंत ने बताया कि ''घर और तीन दुकान पानी में डूब चुके हैं. लाखों का नुकसान हो गया है. भारी बारिश के कारण कुछ घरों में लोग फंसे हुए थे. इसकी जानकारी डायल 112 और थाना प्रभारी रतनपुर को दी गई. इसके बाद टीम मौके पर पहुंची.''
आरक्षक ने बाढ़ में फंसे लोगों की बचाई जान: रतनपुर थाना आरक्षक बसंत दास मानिकपुरी ने बताया कि जब वे गांव पहुंचे तब बगदेवा के कौशिल्या बाई के मकान में करीब 5 फीट पानी भर गया था. पानी धीरे धीरे निकल जाएगा यह सोचकर घर के सदस्य छत पर चले गए और वहीं फंस गए. परिवार के सदस्यों को बाढ़ में फंसे देख आरक्षक बसंत दास मानिकपुरी ने तत्काल पानी में उतरकर नवजात बच्चे सहित सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला.
पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि बारिश में डूबे हुए घर में बिजली सप्लाई भी चालू थी. फिर भी पुलिस ने अपनी जान को जोखिम में डालकर उन्हें बचा लिया. एसपी रजनीश सिंह ने आरक्षक को सराहनीय काम के लिए नगद पुरस्कार दिया और शाबाशी दी है.
छत्तीसगढ़ में बारिश से बाढ़ के हालात: ऐसा पहली बार हुआ है, जब लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. आलम यह है कि कई जगह सड़क गायब हो चुकी है. आसपास के गांव के पास कोरबी जाने के लिए एकमात्र सड़क है, जिसके पुल पर करीब 8 फीट ऊपर पानी चल रहा है.