बिलासपुर: बिलासपुर जिले के सिन्धी समाज ने चेटीचंड महोत्सव के दौरान एक कार्यक्रम 'सिंध जो मेला' का आयोजन किया. कार्यक्रम के माध्यम से सिंधु सभ्यता के गांव को दिखाने का प्रयास किया. इस मेला के माध्यम से सिंध गांव की संस्कृति-सभ्यता को समझने और सहेजने के लिए थीम के माध्यम से युवाओं को संदेश देने की कोशिश की गई.
झांकी निकालकर दिया गया खास मैसेज:दरअसल, सिंधी समाज अपनी सेवाभाव के लिए जाना जाता है. हर साल चेटीचंड महोत्सव धूमधाम से मानाया जाता है, जिसमें समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं. इस बार महोत्सव के दौरान बिलासपुर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में बाइक रैली निकाली गई. इस रैली का लोगों ने जगह-जगह पर स्वागत किया. रैली में विभिन्न तरह की झांकी निकाल कर संस्कृती-परम्परा को बचाने को लेकर लोगो को संदेश दिया गया.
पुराने सामानों के लिए की गई प्रदर्शनी: इस कार्यक्रम की शुरुआत मां गंगा आरती की तर्ज पर अपने इष्टदेव की महाआरती कर की गई. इस मेला स्थल के सभी स्टॉल को पुराने कल्चर का रूप देते हुए झोपड़ी नुमा बनाया गया था, जिसमें अलग-अलग तरह के व्यंजन सजाकर फूड स्टॉल लगाए गए थे. इसके साथ ही विलुप्त होते पुराने समानों को भी प्रदर्शन के लिए रखा गया, ताकि लोग उन सब चीजों को समझे और जाने. साथ ही फिर से उन चीजों को उपयोग में लाएं