Free Gas Connection From 1 November:नवंबर का महीना लोगों की जेब पर काफी असर डालने वाला है. क्योंकि कुछ नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं. जिनमें बिजली बिल से लेकर LPG गैस सिलेंडर की महंगाई तक शामिल हैं. आइए जानते हैं बेहतर कौन से 8 नए नियम हैं जो आपकी जिंदगी पर भी प्रभाव छोड़ने वाले हैं.
बढ़ने वाली है LPG गैस की कीमत
यह सभी को पता है कि हर महीने की पहली तारीख को LPG गैस सिलेंडर के दामों में बदलाव किया जाता है और इस बार भी एक नवंबर को गैस सिलेंडर की नई दरें लागू होने वाली हैं. इस बार सरकार ने LPG गैस सिलेंडर पर 48 रुपये की वृद्धि की है. लेकिन कीमतों की यह बढ़त सिर्फ कामर्शियल LPG गैस सिलेंडर पर ही लागू होगी. हालांकि घरेलू गैस सिलेंडर पर अब तक किसी तरह की कोई वृद्धि की खबर नहीं आयी है. लेकिन कामर्शियल सिलेंडर महंगा होने से बड़े रेस्त्रां से लेकर छोटी रेहड़ी तक के संचालकों पर असर जरूर पड़ेगा.
बिजली बिल की अनदेखी पर लगेगा जुर्माना
देश भर में बिजली की बढ़ी दरों से तो सभी परेशान हैं और अब एक और नया नियम लोगों पर आर्थिक बोझ डाल सकता है. आने वाले एक नवंबर से बिजली बिल जमा करने के नियमों में भी बदलाव किया गया है. अब समय पर बिल जमा न करने पर अतिरिक्त जुर्माना भी भरना पड़ सकता है, जो कि आम उपभोक्ता के लिए सीधे तौर पर यह पर असर डालेगा.
ऑनलाइन होंगे मुफ्त गैस कनेक्शन के आवेदन
भारत सरकार की ओर से मुफ्त गैस कनेक्शन की योजना को भी बदला जा रहा है. एक नवंबर से गैस कनेक्शन के लिए आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन हो जाएगी यानी अब यदि किसी हितग्राही को गैस का फ्री कनेक्शन चाहिए तो उसे ऑनलाइन माध्यम से ही आवेदन करना होगा. इसके साथ ही पात्रता संबंधी नियम भी कड़े कर दिए गए हैं. ताकि नियमों का फायदा उठाकर या फेरबदल कर कोई अपात्र इस योजना का लाभ ना ले सके.
लागू होंगी GST की नई दरें
भारत सरकार ने कई चीजों पर GST की दर कम करने का फैसला लिया है. करीब 100 से अधिक चीजों पर एक नवंबर से GST की नई दरें लागू हो जाएंगी. यानी कई चीजों पर पहले की अपेक्षा कम GST लिया जाएगा. जिसका सीधा असर आम लोगों पर भी होगा. क्योंकि उन्हें GST के रूप में लगने वाले टैक्स में राहत मिलेगी.
घट सकती हैं पेट्रोल की कीमतें
अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में आयी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि एक नवंबर के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी कटौती हो सकती है. क्योंकि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय भारत के अनुसार ही भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें तय होती हैं. ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने का फायदा कहीं न कहीं आम उपभोक्ता को भी मिल सकता है.