नई दिल्ली : दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में लगातार कई जानवरों को लाया जा रहा है. ज़ू प्रबंधन की ओर से कई सुधार भी किये जा रहे हैंं, अब तक चिड़ियाघर में मौजूद कैंटीन पिछले करीब 2 साल से बंद पड़ी थी .इसकी वजह से 176 एकड़ में फैले नेशनल जूलॉजिकल पार्क में शौक से घूमने आने वाले लोग खाने-पानी के कियोस्क ना होने से काफी परेशाना थे.अधिकारियों के मुताबिक इस समस्या के समाधान के लिए जल्द से जल्द कैंटीन और कियोस्क खोलने की तैयारी की जा रही है, जिससे दर्शकों को परेशानी ना हो. इसके लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) एक सरकारी संस्था के साथ हो चुका है.
दिल्ली के मथुरा रोड स्थित पुराने किले के पास 176 एकड़ में फैला नेशनल जूलॉजिकल पार्क है. इस पार्क में एक दिन में 18000 लोगों के आने की क्षमता है. रोजाना हजारों की संख्या में लोग जानवरों और पक्षियों को देखने के लिए आते हैं. आगंतुकों की सुविधा के लिए नेशनल जूलॉजिकल पार्क के गेट पर एक कैंटीन है. लेकिन यह कैंटीन पिछले 2 साल से बंद है. कैंटीन चलाने वाली संस्था के साथ अनुबंध खत्म होने के बाद फिर से अनुबंध नहीं हो पाया था. इस वजह से तब से आज तक कैंटीन बंद है. जिससे यहां आने वाले आगंतुकों को खाने-पीने का सामान नहीं मिलता था. इससे उन्हें परेशानी होती है.