करनाल/जिंद: सहकारिता, कारागार, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा आज मंगलवार को जींद और करनाल जिले के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने जींद में श्री जयंती देवी मंदिर (सिद्धपीठ) परिसर में श्री जयंती महायज्ञ एवं कन्या पूजन उत्सव में भाग लिया, तो वहीं, करनाल में वो संत गुरु रविदास जयंती के अवसर पर चल रहे कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की.
जींद के श्री जयंती देवी मंदिर में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज देश ही नहीं, दुनिया भर में महाकुंभ की धूम है. हम सबका दायित्व है कि हम समाज में प्रत्येक जरूरतमंद के उत्थान में अपना नैतिक योगदान दें. इसके लिए हमें मिलकर खुद में धर्म भावना को समृद्ध करना होगा और सबको साथ लेकर चलने वाले विचार पर बल देना होगा. उन्होंने सिद्धपीठ की परिक्रमा करते हुए श्री जयंती देवी माँ के श्रीचरणों में मत्था भी टेका.
महाकुंभ का स्नान जिंदगी भर नहीं भूल सकते : इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि देश में धर्म का प्रभाव बढ़ रहा है, जो की आमजन को एकजुट करने का अच्छा संकेत है. श्री जयंती देवी माँ के प्रति महाभारत के दौरान पांडवों द्वारा अपनी श्रद्धा दिखाने व मंदिर स्थापना करने से धर्म की स्थापना हुई थी. प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान करोड़ों नागरिकों की तरह उन्हें भी गत दिवस डुबकी लगाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. ये पल जिंदगी भर न भुलाए जाने वाले व अमूल्य हैं. हमारा दायित्व है कि हम अपनी जिम्मेदारी को समझें और हमारी युवा पीढ़ी को धर्म से जोड़ें, ताकि उनके अंदर देश सेवा, समाज सेवा व जनसेवा का भाव मजबूत हो. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने श्री जयंती देवी मंदिर सिद्धपीठ में विकास कार्यों के लिए 11 लाख रुपए देने की घोषणा की.
संत गुरु रविदास ने समाज को एक नई दिशा दी है : इसी तरह वो करनाल में संत गुरु रविदास जयंती के अवसर पर चल रहे कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे. उन्होंने संत रविदास के बताए हुए मार्ग पर चलने के लिए लोगों से आवाह्न किया और कहा कि संत गुरु रविदास जैसे संतों ने समाज के सुधार के लिए काम किए हैं और समाज को एक नई दिशा देने का काम किया है.