जोधपुर. राज्य विधानसभा में गुरुवार को शून्यकाल में विधायक हरिमोहन शर्मा की ओर से कोटा में कांग्रेस के नेताओं के प्रदर्शन के बाद उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों का मामला उठाया गया. जिस पर काफी हंगामा हुआ. विपक्ष ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. हंगामे के बीच विधासभा अध्यक्ष शून्यकाल की कार्यवाही चलाते रहे, लेकिन आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने आधे घंटे के लिए कार्रवाई स्थगित कर दी.
इससे पहले शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि राज्य की जनसमस्याओं को लेकर हमने प्रदर्शन किया था. उस समय प्रदेश में बिजली-पानी की स्थिति कितनी बुरी है, यह सब जानते हैं. इसके लिए कांग्रेस ने कोटा में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करते हुए प्रदर्शन किया गया. सबकुछ शांतिपूर्वक आयोजित हो रहा था, लेकिन प्रशासन ने इसके बाद हमारे नेताओं पर आक्रामक भाषण देने का आरोप लगाते हुए मुकदमे दर्ज किए. शर्मा ने कहा कि राज कार्य में बाधा सरकार के खिलाफ बगावत करने की धाराओं में मामला दर्ज कर दिया गया. जब प्रहलाद गुंजल का नाम नहीं आया तो उनको उलझाने के लिए नया मामला दर्ज कर दिया गया. जबकि लोकतंत्र में विरोध-प्रदर्शन करना हमारा अधिकार है. जनसमस्याओं के लिए लड़ने पर प्रशासन राजनीतिक दबाव में मामला दर्ज करता है तो यह हमारे अधिकारों का हनन है.