उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

वाराणसी में मंदिर-मस्जिद पर एक साथ चला बुलडोजर, सड़क चौड़ीकरण में बने थे बाधा - रामनगर मंदिर मस्जिद पर चला बुल्डोजर

जिले के रामनगर थाना अंतर्गत रामनगर में फोरलेन सड़क को लेकर धवस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई बुधवार को की गई. रामनगर से टेंगरा मोड़ तक फोरलेन सड़क के निर्माण में जो भी अतिक्रमण था, शासन द्वारा हटाया गया.

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 28, 2024, 8:37 PM IST

Updated : Feb 28, 2024, 9:27 PM IST

जिले के रामनगर थाना अंतर्गत रामनगर में फोरलेन सड़क को लेकर धवस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई बुधवार को की गई.

वाराणसी :जिलेके रामनगर थाना अंतर्गत रामनगर में फोरलेन सड़क को लेकर धवस्तीकरण की बड़ी कार्रवाई बुधवार को की गई. रामनगर से टेंगरा मोड़ तक फोरलेन सड़क के निर्माण में जो भी अतिक्रमण था, शासन द्वारा हटाया गया. इस क्रम में मंदिर और मस्जिद के के उस हिस्से को भी तोड़ा गया, जो चौड़ीकरण में आ रहे थे.

जिला प्रशासन ने कई बार मंदिर और मस्जिद कमेटी से जुड़े लोगों को स्थान खाली करने का नोटिस दिया था लेकिन कोई खाली नहीं कर रहा था. जिसके बाद बुलडोजर के साथ जब अफसर पहुंचे तो खलबली मच गई. मंदिर-मस्जिद कमेटी के लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से सामान बाहर निकाला, जिसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई. बता दें कि रामनगर फोरलेन के दृष्टि कारण का कार्य निरंतर चल रहा है इसके साथ ही अब तक 100 से अधिक लोगों को सरकार द्वारा मुआवजा दिया जा चुका है.

जानकारी के अनुसार रामनगर टेंगडा मोड़ तक सड़क को 86 फीट चौड़ा करना है. सड़क को दोनों तरफ 43-43 फीट चौड़ीकरण किया जाना है. इसके लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने सितंबर 2023 में ही निशान लगा दिया था. जिसका मकान इसकी जद में आया, उनको सामान हटाने का नोटिस दिया गया था. ध्वस्तीकरण के दौरान के दौरान एसडीएम सदर सार्थक अग्रवाल, एसीपी कोतवाली अमित कुमार पांडे सहित पीएससी तैनात रही. मंदिर और मस्जिद पर एक साथ प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाया गया.

कार्रवाई करने जब टीम यहां पहुंची तो विरोध प्रदर्शन करके अतिक्रमण न हटने देने को लेकर लोग एकजुट हो रहे थे, लेकिन अधिकारियों ने मस्जिद और मंदिर कमेटी को डेढ़ घंटे का वक्त दिया. जिसके बाद दोनों ने खुद से अपना सामान उठाना शुरू किया. इस बारे में एसडीएम सदर सार्थक अग्रवाल के कहना था कि सुबह टीम पहुंची थी तो कमेटी ने विरोध किया. जबकि 5 महीने पहले ही इसकी सूचना दी गई थी. जब मंदिर-मस्जिद पर बुलडोजर एक साथ चला तो विरोध प्रदर्शन शांत हो गया.

यह भी पढ़ें : भारत की आध्यात्मिक व धार्मिक धरोहर सहेजने, संवारने में पीएम मोदी का है अहम योगदान

Last Updated : Feb 28, 2024, 9:27 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details