लखनऊ : उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से बहुजन समाज पार्टी ने 64 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. हालांकि इन 64 सीटों में आधा दर्जन से ज्यादा सीटें ऐसी हैं, जिन पर मायावती ने अपने प्रत्याशी बदल दिए हैं. प्रत्याशी बदलने के पीछे अलग-अलग तर्क दिए गए हैं. अब तक सात लोकसभा सीटों के उम्मीदवार बदलने के बाद अभी एक अन्य हाई प्रोफाइल सीट का प्रत्याशी बदलने के कयास लग रहे हैं.
बता दें, बहुजन समाज पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 में फूंक-फूंककर कदम रख रही है. पार्टी को जब भी लगता है कि उससे कोई गलती हुई है तो उसे सुधारने की प्रक्रिया तेजी से शुरू हो जाती है. अभी तक उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से पार्टी की तरफ से 64 सीट पर प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं. इन्हीं 64 सीटों में अब तक 7 सीटों पर उम्मीदवार बदले जा चुके हैं.
इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का भी उम्मीदवार शामिल है. बनारस से पहले बसपा ने अतहर जमाल लारी को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उनके कई बयान पार्टी को नागवार गुजरे, जिसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें मैदान से हटा दिया. इसके बाद अब सैयद नेयाज अली को प्रत्याशी घोषित कर दिया. इसके अलावा फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर भी प्रत्याशी बदला गया. सत्येंद्र जैन सोली के बाद चौधरी बशीर को उम्मीदवार घोषित किया गया है.
मैनपुरी में डिंपल यादव के सामने मायावती ने गुलशन देव शाक्य का टिकट काटकर शिवप्रसाद यादव को उतारा है. इसी तरह मथुरा में पहले उपमन्यु शाक्य को उतारा गया था, लेकिन बाद में उनका टिकट काट दिया गया और सुरेश सिंह को उम्मीदवार बना दिया गया. कन्नौज लोकसभा सीट पर पहले बसपा ने अकील अहमद पट्टा को टिकट दिया था, लेकिन कुछ दिन बाद ही पार्टी की तरफ से टिकट बदल दिया गया.