जयपुर.देश में चल रहे लोकसभा चुनाव प्रक्रिया के बीच भजनलाल सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की महत्वाकांक्षी अंग्रेजी मीडियम की सरकारी स्कूल योजना को रिव्यू करने जा रही है. सरकार ने अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की रिपोर्ट क्या मांगी गर्मी की तपन में प्रदेश का सियासी पारा भी गरमा गया. कांग्रेस इस योजना को बंद करने के नजरिए से देख विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतर आई. जयपुर में कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और शिक्षा मंत्री के खिलाफ विरोध किया. कांग्रेस के इस विरोध पर भाजपा ने पलटवार किया. भाजपा प्रदेश महामंत्री जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि भजनलाल सरकार और भाजपा कभी भी अंग्रेजी स्कूलों के विरोध में नहीं है, लेकिन जिस तरह से कांग्रेस सरकार ने बिना ठोस नीति के जल्दबाजी में योजना चलाई उसे हमारी सरकार बेहतर ढंग से लागू करेगी.
इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर घोषणा होनी चाहिए थी :प्रदेश महामंत्री जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि इंग्लिश मीडियम स्कूल के पक्ष में भारतीय जनता पार्टी हमेशा रही है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर इसकी घोषणा करनी चाहिए थी. इन स्कूलों में जो टीचर हैं, उन्हें इंग्लिश नहीं आती, क्लासेस नहीं हैं. कांग्रेस ने सिर्फ दिखावा किया. पिछले 5 साल में कांग्रेस सरकार ने एजुकेशन में कोई काम नहीं किया. हमारी सरकार बनने के बाद शिक्षा प्राथमिकता में है. इसलिए हमने जब देखा है और जो महसूस किया, उससे साफ़ है कि कांग्रेस ने शिक्षा का कबाड़ा बिठा दिया. बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ रहा है, क्योंकि स्कूल तो खोल दिए, लेकिन टीचर नहीं हैं, जिसकी वजह से बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ रहा है. गोठवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार को इस योजना को लागू करने से पहले इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना चाहिए था. अध्यापकों की ट्रेनिंग करवानी चाहिए थी, इंग्लिश पढ़ाने वाले अध्यापक होंगे, तभी तो बच्चे पढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि फिर भी एजुकेशन मिनिस्टर, मुख्यमंत्री इस विषय को गंभीरता से देख रहे हैं, जो प्रदेश की जनता की और छात्रों के हित में होगा वह निर्णय किया जाएगा.