मिर्जापुर: भाजपा विधायक रत्नाकर मिश्रा ने घूसखोर की शिकायत पर इस कदर भड़क गए कि उन्होंने सीधा एसडीएम को फोन लगाकर कहा कि कार्रवाई कीजिए नहीं तो हाथ-पैर तोड़ दिए जाएंगे. दरअसल, लेखपाल ने विधायक से भी फोन पर अभद्रता की थी, जिस पर उनका पारा हाई हो गया.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर नीबी गहरवार गांव स्थित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में पहुंचे नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा का मिज़ाज उस समय बिगड़ गया. जब एक व्यक्ति ने शिकायत की कि इलाके का लेखपाल काम के नाम पर पैसा मांगता है. एक कांटे वाली मछली की डिमांड करता है. पैसे और मछली नहीं देने पर नशे में धुत होकर फोन पर बात कर भद्दी भद्दी गालियां दी है, जिसका ऑडियो क्लिप है. ऑडियो क्लिप सुनकर सदर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने मंच पर बैठे-बैठे पहले लेखपाल को फोन लगाया और कहा कि 'होश में रहिए ज्यादा दारु पीना बंद कीजिए समझ रहे हो न. जिस तरह से गाली बके हो यह तुम्हारे हित में नहीं है, जनता की सेवा के लिए हो हरामि का तन्खवाह तुमको मिलता है. जो पीड़ित को ऑडियो में बोले हो वह रिकॉर्ड है. जिस चीज का डिमांड की हो वह भी रिकॉर्ड है. साथ ही तुम भद्दी भद्दी गालियां दिए हो वह भी रिकॉर्ड है.'
विधायक की भी नहीं सुनी बातःविधायक का इतने पर गुस्सा शांत नहीं हुआ तो एसडीएम सदर आसाराम वर्मा को फोन लगा दिया. एसडीएम से से कहा कि ' लेखपाल दिव्यांशु श्रीवास्तव सही नही है. इसका ऑडियो क्लिप हम आपको भेज रहे हैं, जिसमें वह भद्दी-भद्दी गलियां दे रहा है. लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, नहीं तो जिस तरह से वह बात कर रहा है, उसके हाथ पैर तोड़ दिए जाएंगे. वह जनता का सेवक नहीं भक्षक है. जब हमने लेखपाल से बात किया तो उसने कहा गलत बोल रहे हैं. इस लिए लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई कीजिए नहीं तो उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी.