पटना: देश में लोकसभा के तीसरे चरण के चुनाव प्रचार की डेट लाइन समाप्त हो गई. शाम 5 बजे के बाद से डोर टू डोर कैंपेनिंग शुरू हो गई. बिहार की 5 सीटों पर चुनावी शोर थम चुका है. प्रचार की अवधि खत्म होने के बाद प्रत्याशी दरवाजे पर जाकर अपने लिए वोट की मांग कर सकते हैं. बिहार में जिन 5 सीटों पर लोकसभा का चुनाव है उनमें सुपौल, अररिया, मधेपुरा, खगड़िया और झंझारपुर है. यहां 7 मई को मतदान होंगे.
अररिया में चुनावी शोर थमा : तीसरे फेज के तहत सीमांचल की अररिया सीट पर 7 मई को मतदान होना है. इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से वर्तमान सांसद प्रदीप कुमार सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने आरजेडी ने पूर्व मंत्री शाहनवाज आलम को मैदान में उतारा है.
सुपौल में चुनावी शोर थमा : सुपौल लोकसभा सीट जेडीयू के लिए कड़ी चुनौती है. जेडीयू को इस सीट को न सिर्फ बचाना है बल्कि इसपर दोबारा से काबिज भी होना है. जेडीयू ने यहां से दोबारा दिलेश्वर कामत पर भरोसा जताया है. वहीं आरजेडी ने सिंहेश्वर से विधायक चंद्रहास चौपाल को टिकट दिया है. अररिया सीट सामान्य होने के बावजूद आरजेडी ने दलति समाज के नेता को टिकट दिया है.
मधेपुरा में बिग फाइट : मधेपुरा में दो यादवों के मुकाबले ने चुनाव को दिलचस्प बना दिया है. जेडीयू ने यहां वर्तमान सांसद दिनेश चंद्र यादव पर फिर से भरोसा जताया है. जबकि आरडजेडी ने चंद्रदीप को टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. चंद्रदीप के पिता भी सांसद रह चुके हैं. मधेपुरा के बारे में कहा जाता है कि 'रोम पोप का और मधेपुरा गोप का'.