पटनाः अब बिहार के वृद्धजनों को इलाज में कोई परेशानी नहीं होगी. इसके लिए सरकार नेक काम करने जा रही है. 70 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए इलाज का रास्ता साफ हो गया है. बिहार सरकार ने इसकी औपचारिक रूप से शुरुआत कर दी है. अब सरकार इन बुजुर्गों के इलाज का बोझ उठाएगी.
सरकार बनवा रही कार्डः बुधवार को बिहार सरकार ने राज्य के अंदर आयुष्मान वय वंदन योजना की शुरुआत कर दी है. बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने औपचारिक रूप से योजना की शुरुआत की है. राजधानी पटना के मौर्य लोक परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर जरूरतमंदों को कार्ड भी दिया गया.
एक रुपया भी नहीं होगा खर्चः 12 दिसंबर तक 50 लाख आयुष्मान वंदन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है. पटना में नगर निगम को यह जिम्मेदारी दी गई है कि घर-घर जाकर जरूरतमंदों से संपर्क करें और वृद्धजनों का कार्ड बनाएं. सभी 75 वार्ड में अभियान चलाकर बुजुर्गों के लिए कार्ड बनाया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि कार्ड बनाने के लिए एक भी पैसे किसी को नहीं देना है.
"इस योजना का इंतजार बिहारवासी कर रहे थे. अब 70 साल की उम्र पूरी कर चुके बुजुर्गों का इलाज मुफ्त होगा. हर व्यक्ति को कार्ड बना लेना चाहिए. कार्ड के बिना योजना का लाभ नहीं मिल सकता है. कार्ड के मामले में बिहार तीसरे स्थान पर है. हम उम्मीद करते हैं कि दिसंबर तक बिहार दूसरे स्थान पर होगा. 1800 करोड़ रुपए आयुष्मान कार्ड की वजह से बचे हैं."-मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री
8 करोड़ लोगों का बनेगा कार्डः मंगल पांडे ने कहा कि कुल मिलाकर एक करोड़ 80 लाख परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना था, जिसमें से एक करोड़ 51 लाख परिवारों का आयुष्मान कार्ड बन चुका है. कुल मिलाकर 8 करोड़ 20 लाख लोगों का कार्ड बनना है. 3 करोड़ 60 लाख लोगों का कार्ड बनाया जा चुका है. लक्ष्य को जल्द ही पूरा करने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं.