गया:बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थने गया जिले के अति नक्सल प्रभावित और सीमावर्ती क्षेत्र के विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया. उनके आने की खबर से जिले के शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. अपर मुख्य सचिव गया से सीधे सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्र बाराचट्टी के लिए निकल गए. यहां बाराचट्टी के धनगई गांव में स्थित धनगई मध्य विद्यालय का उन्होंने निरीक्षण किया.
इन स्कूलों का किया निरीक्षण: डॉ एस. सिद्धार्थ ने गया के बाराचट्टी के कुरमावां गांव में स्थित उच्च माध्य विद्यालय, कठौतिया मध्य विद्यालय और धनगाई मध्य विद्यालय का निरीक्षण किया. उन्होंने क्लास रूम में जाकर शिक्षकों से व्यवस्था की पूरी जानकारी ली. छात्र-छात्राओं से उनके पठन-पाठन के संबंध में सवाल किया. शौचालय का भी निरीक्षण किया.
छात्रों के साथ किया भोजन:निरीक्षण के दौरान एस. सिद्धार्थ ने विद्यालय में ही दिन का भोजन किया. उन्होंने छात्रों के साथ मिड डे मिल का स्वाद चखा और छात्रों से मिड डे मील के संबंध में भी जानकारी ली कि उन्हें डेली मिड डे मिल के मेन्यू के अनुसार खाना मिलता है या नहीं? अपर मुख्य सचिव ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक को मिड डे मिल को लेकर भी कई अहम निर्देश दिए.
नक्सल प्रभावित गांव गए एस सिद्धार्थ:अपर मुख्य सचिव ने धनगई गांव भी गए. यह ऐसा गांव है, जहां नक्सलियों का आज भी प्रभाव माना जाता है लेकिन अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ बगैर किसी संकोच और अधिकारियों, पुलिस बल और बिना तामझाम के निरीक्षण करने पहुंचे थे. जिन्हें देखकर न सिर्फ ब्लॉक के अधिकारियों और विद्यालय के शिक्षकों में हड़कंप मच गया बल्कि क्षेत्र के लोग भी देख कर हैरान रह गए कि इतने बड़े अधिकारी बगैर किसी संकोच के विद्यालयों का निरीक्षण कर रहे हैं और नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए हैं.
बिना एस्कॉर्ट के पहुंच गए अपर मुख्य सचिव:आमतौर पर जब जिला स्तरीय अधिकारी भी आते हैं तो उनके साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होती है. हालांकि इस दौरान अपर मुख्य सचिव के अंगरक्षक के साथ जिला पुलिस की एक एस्कॉर्ट गाड़ी साथ थी, जिस में 4-5 पुलिस जवान शामिल थे लेकिन नक्सल क्षेत्र के लिए ये सुरक्षा व्यवस्था काफी नहीं थी.