पटना: बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन है. विपक्ष ने गुरुवार को स्मार्ट मीटर को लेकर जमकर हंगामा किया. वहीं बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने हमला करते हुए कहा कि विपक्ष के स्मार्ट मीटर के मुद्दे की सरकार ने हवा निकाल दी है. जब सरकार ने सब्सिडी रेट में गरीबों को बिजली देने की घोषणा कर दी तो इस मुद्दे पर हंगामे का कोई मतलब नहीं रह गया.
'गरीबों के घरों में जबरदस्ती लगाया जा रहा स्मार्ट मीटर': सत्र शुरू होने के साथ ही विपक्ष ने स्मार्ट मीटर के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया. भाकपा माले के सदस्यों का साफ-साफ कहना है कि स्मार्ट मीटर के तहत बिजली बिल में लगातार घोटाला किया जा रहा है. पहले से तीन गुना से ज्यादा बिजली बिल आ रही है. बावजूद इसके प्रशासन जबरदस्ती गरीब लोगों के घर में भी स्मार्ट मीटर लगा रही है जो की पूरी तरह से गलत है.
"बिहार के आम जनता स्मार्ट मीटर से परेशान है तो सरकार इसको लेकर सदन में जवाब नहीं दे रही है. स्मार्ट मीटर लगाने का आदेश जिस अधिकारी संजीव हंस ने दिया था वह आज मनी लांड्रिंग के मामले में जेल में है. जब उन्होंने ही घोटाला किया है और मनी लॉन्ड्रिंग की है तो फिर वैसे अधिकारी के आदेश पर बिहार में स्मार्ट मीटर क्यों लगाया जा रहा है."- महबूब आलम, विधायक, भाकपा माले
'स्मार्ट मीटर पर चर्चा करें सरकार':महबूब आलम ने कहा कि स्मार्ट मीटर गरीबों का खून चूस रहा है और हम लोग लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. बावजूद इसको लेकर सदन में सरकार चर्चा नहीं कर रही है. हम लोग चाहते हैं कि स्मार्ट मीटर को लेकर सदन में सरकार अपनी नीति को स्पष्ट करें और कहीं ना कहीं जिस तरह से स्मार्ट मीटर गरीबों के घर में जबरदस्ती प्रशासन के द्वारा लगाया जा रहा है उसे बंद किया जाए.
सरकार पर घोटाले का आरोप: उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर बिहार में स्मार्ट मीटर हम लोग नहीं लगने देंगे और इसको लेकर सड़क से लेकर सदन तक हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे. सरकार को स्मार्ट मीटर के जरिए घोटाला नहीं करने देंगे.
'स्मार्ट मीटर से गरीबों को परेशानी नहीं': राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद भी गरीब को कम पैसा देना होगा. इससे अब किसी भी गरीब को लेकर कोई दिक्कत नहीं है. विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा. बेरोजगार, भ्रष्टाचार, अपराध हमारी सरकार ने खत्म कर दिया है.