भोपाल: मध्य प्रदेश के जिला अस्पतालों में मरीजों को मंहगी दवाइयों से मुक्ति मिलने वाली है. इसके लिए जिला अस्पतालों में जेनेरिक दवाओं के स्टोर खोले गए हैं. मंगलवार को भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के 55 जिला चिकित्सालयों में जन औषधि केंद्रों का शुभारंभ किया. इस अवसर पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल और डिप्टी सीएम व राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल के साथ अन्य लोग उपस्थित रहे.
एक रुपए में मिलेंगे सेनेटरी पैड
भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि भोपाल जिला चिकित्सालय में इस केंद्र की शुरुआत होने से बड़ी आबादी को सस्ती व गुणवत्तापूर्ण दवाइयां मिल सकेंगी. इन केंद्रों में 2 हजार से अधिक उच्च गुणवत्ता युक्त दवाइयां व 300 प्रकार के सर्जिकल उत्पाद उपलब्ध रहेंगे. ब्रांडेड दवाइयों की तुलना में ये दवाइयां 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती होती हैं. महिलाओं के स्वास्थ्य की दृष्टि से मात्र 1 रुपए में सेनेटरी पैड भी यहां पर उपलब्ध है. यहां 45 से ज्यादा प्रकार की विशिष्ट श्रेणी की दवाइयां जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर एवं गैस्ट्रो इत्यादि भी इन केंद्रों पर उपलब्ध हैं.
जिला अस्पतालों में जेनेरिक स्टोर खुलने के फायदे
इन केंद्रों पर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को विशेष रूप से फायदा होगा. जन-औषधि केंद्र के माध्यम से जेनेरिक दवाओं की गुणवत्ता और प्रभावशीलता को लेकर जागरूकता बढ़ेगी, जिससे लोग ब्रांडेड दवाओं पर निर्भरता कम करेंगे और सस्ती जेनेरिक दवाओं को अपनाएंगे. इस कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने कहा कि ''सभी डॉक्टर गरीब मरीजों को जन औषधि केंद्रों की जेनेरिक दवाइयां लिखें, इसीलिए सभी जिला अस्पतालों के आसपास जन औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं. जिससे मरीज के परिजनों का पता हो कि उन्हें सस्ती दवाईयां कहां मिलेंगी. सभी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध हैं, इसीलिए डाक्टरों को भी इसको बढ़ावा देने के लिए जेनेरिक दवाईयों का सुझाव देना चाहिए.''