भोपाल:मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार हो रही खनन कॉन्क्लेव में पेट्रोकेमिकल, नेचुरल गैस के अलावा प्रदेश में सोने के भंडार को लेकर भी चर्चा हुई. देश में सबसे ज्यादा कर्नाटक में सोने का भंडार पाया जाता है, लेकिन कर्नाटक के बाद मध्य पदेश में भी सोने का बड़ा भंडार पाया गया है. इसके उत्खनन को लेकर केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश सरकार खनन गतिविधियों को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है. माना जा रहा है कि प्रदेश में सोने का इतना भंडार है कि प्रदेश मालामाल हो जाएगा.
सोने के पहाड़ पर बैठा है पूरा एक शहर
मध्य प्रदेश को अभी तक हीरा की खदान के लिए विश्व स्तरीय पहचान मिली थी, लेकिन अब जल्द ही सोने की अथाह भंडार के लिए मध्य प्रदेश पहचाना जाएगा. मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में सोने का भंडार मौजूद है. राज्य सरकार अब इस भंडार के उत्खनन की जोर-शोर से तैयारी कर रही है. मध्य प्रदेश के सिंगरौली की पहचान आयरन और बेस मेटल की खदानों के लिए भी है. अब सिंगरौली में खदान से जल्द ही सोना निकलते दिखाई देगा. सिंगरौली में सोने की तीन खदानों की नीलामी की प्रक्रिया चल रही है.
शुरूआती सर्वे में सामने आया है कि सिंगरौली में 7.29 मिलियन टन सोने के अयस्क मौजूद हैं. इसके सर्वे का काम हरियाणा की कुंदन गोल्ड माइंस को दिया गया है, जो 149 हेक्टेयर भूमि पर सर्वे कर रही है. सिंगरौली के सिफ्लोरी व सिधार स्थित गुडहर पड़ाह में सोने का भंडार मिला है. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण इसका शुरूआती सर्वे कर चुकी है.
सीमेंट उद्योग के रूप में बनेगी पहचान
मध्य प्रदेश मैंगजीन, कॉपर और गोल्ड के मामले में देश भर में पहचान रखता है. इन तीनों खनिज में मध्य प्रदेश देश में नंबर 1 है. जबकि रॉक फॉस्फेट के उत्पादन के मामले में देश में दूसरे और लाइम स्टोन के मामले में एमपी तीसरे नंबर पर आता है. मध्य प्रदेश में कोयला, हीरा, कॉपर, मैंगजीन, डोलोमाइट, ग्रेफाइट, आयरन, रॉक फॉस्फेट, बाक्साइट, ग्रेनाइट, जिंक का उत्खनन होता है. मध्यप्रदेश में नए ब्लॉक की नीलामी की प्रक्रिया चल रही है. इसमें सबसे ज्यादा 20 ब्लॉक लाइमस्टोन के हैं. प्रदेश के अलीराजपुर, सतना, धार, खरगौर सीधी और नीमच में सीमेंट उद्योग की भरपूर संभावनाएं देखी जा रही हैं.