भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल कराने और शहर को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए सरकार ने रूचि दिखाई है. प्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने रियल एस्टेट डेवलपपर के बड़े संगठन क्रेडाई को इस संबंध में डिटेल प्रेजेंटेशन तैयार करने के लिए कहा है. संगठन के पदाधिकारियों ने पिछले दिनों मुख्य सचिव से मुलाकात की थी. क्रेडाई ने दुनियाभर में भोपाल की ऐतिहासिक और नैसर्गिक पहचान कायम करने के लिए ऑनलाइन सर्वे भी शुरू किया है. इसके जरिए लोगों से भोपाल को लेकर राय ली जा रही है.
'मुख्य सचिव को पसंद आया आइडिया'
क्रेडाई के अध्यक्ष मनोज सिंहकहते हैं कि "देश के दूसरे शहरों को उनकी ऐतिहासिक धरोहरों के लिए जिस तरह से पहचान मिली है, वैसी पहचान भोपाल की स्थापित नहीं हो पाई. जबकि भोपाल कई मायनों में सबसे अनोखा शहर है. भोपाल देश का ऐसा शहर है जिसे सन 1010 में राजा भोज द्वारा डिजाइन किया था. इसके प्रमाण उनकी ही किताब में आज भी मिलते हैं. भोपाल ऐसा स्थान है जहां इंसानी बसाहट आज से 30 हजार साल पहले से रही है. भोपाल की भीम बेटिका, इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय सहित कई स्थानों पर स्टोन एज रॉक पेंटिंग इसके सबूत पेश करती है. आज के आधुनिक दौर के हिसाब से देखें तो भोपाल के 500 किलोमीटर के दायरे में सबसे ज्यादा अर्बन फुटप्रिंट्स मौजूद हैं. ऐसा देश के किसी भी शहर में नहीं मिलता. इस दायरे में 23 से ज्यादा ऐसे शहर हैं, जिनकी आबादी 10 लाख से ज्यादा है."
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