भोपाल। मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने एमपी में घटी 6 घटनाओं पर संज्ञान लिया है. आयोग ने जिम्मेदार अधिकारियों से विभिन्न घटनाओं व मामलों में जवाब तलब किया है. कई मामलों में मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने जिम्मेदार अधिकारियों से समय सीमा के अंतर्गत तथ्यात्मक जवाब मांगें हैं.
सिंगरौली में पत्नी को कंधे पर लादकर अस्पताल ले जाने का मामला
सिंगरौली जिले के बिलवानी गांव में बीते गुरुवार एक युवक एंबुलेस नहीं मिलने से इस कदर परेशान हो गया कि अपनी बीमार पत्नी को घर 10 किमी दूर कंधे पर लादर अस्पताल पहंचा. पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर जब युवक ने एंबुलेस को काॅल किया तो एंबुलेस नहीं आई थी. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं कलेक्टर, सिंगरौली से घटना की जांच कराकर की गई कार्रवाई के सम्बन्ध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.
जबलपुर में पीने का पानी नहीं मिलने का मामला
जबलपुर जिले के जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हिनोतिया भोई में ग्रामीणों को पीने का पानी नहीं मिलने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन के तहत क्षेत्र में पाइप लाइन बिछाई गई. और घरों में नल कनेक्शन भी दिया गया. लेकिन इसके बावजूद ग्रामीणों के घरों में पीने का पानी सप्लाई नहीं हो पा रहा है. इस मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने ईई, पीएचई, जबलपुर से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के सम्बन्ध में तीन सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है.
आरक्षक को टीआई ने पीटा
झाबुआ जिले में कलेक्ट्रेट परिसर में प्रधान आरक्षक को टीआई द्वारा पीटने का मामला सामने आया है. कलेक्ट्रेट में नामांकन प्रक्रिया के बीच नशे की हालत में आए प्रधान आरक्षक ने अधिकारियों से अभद्रता की थी, जिसके बाद थाना प्रभारी ने आरक्षक की पिटाई कर दी. इस मामले में संज्ञान लेकर आयोग ने पुलिस महानिरीक्षक, इंदौर (ग्रामीण) से घटना के सम्बन्ध में की गई कार्रवाई कि रिपोर्ट मांगी है.
दमोह में भालू ने किया तीन लोगों पर हमला