भोपाल:राजधानी में होने जा रहे ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए शहर में तैयारियां तेजी से चल रही हैं. भोपाल की सड़क, फुटपाथ और अन्य सार्वजनिक स्थलों को सुंदर बनाने का काम दिन रात चल रहा है. देश-विदेश से आने वाले उद्योगपतियों और वीआईपी के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं. मानव संग्रहालय में जहां जीआईएस होना है, वहां 50 राजपत्रित अधिकारी के साथ 3000 से अधिक पुलिस के जवान सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे. इसकी निगरानी एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे.
20 फरवरी तक आएगी एनएसजी की टीम
24 फरवरी को जीआईएस का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इससे पहले उनकी सुरक्षा को देखते हुए एनएसजी की टीम भी भोपाल आएगी. अधिकारियों ने बताया कि 20 फरवरी तक एनएसजी की टीम भोपाल पहुंच सकती है. इसके साथ ही वीआईपी समेत पूरे कार्यक्रम की निगरानी के लिए 10 ड्रोन और 100 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए हैं.
वीआईपी डेलीगेट्स को भी जांच के बाद प्रवेश
जीआईएस के दौरान कार्यक्रम स्थल से लेकर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और शहर के अन्य इलाकों में पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था रहेगी. समिट में आने वाले वीआईपी को भी जांच के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा. इसके लिए हैंड मेटल डिटेक्टर और डोर मेटल डिटेक्टर से चेकिंग की जाएगी. इसके अलावा 10 स्नाइफर डॉग भी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए जाएंगे.
मेहमानों के लिए बनाई गईं 10 पार्किंग
भोपाल ट्रैफिक पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर 3000 वाहनों की पार्किंग का प्लान बनाया है. मेहमानों के लिए 10 पार्किंग की व्यवस्था की गई है. मेहमानों को कार्यक्रम स्थल छोड़ने के बाद उनके वाहन संग्रहालय के गेट नंबर 3 से बाएं मुड़कर कलर कोडिंग के अनुसार 10 अलग-अलग पार्किंग स्थलों के लिए रवाना किए जाएंगे.
समिट में पहुंचने के लिए 500 कार समेत ई और शटल बसों की सेवा
इनोवा और फार्च्यूनर जैसी गाड़ियां शामिल
समिट में आने वाले प्रतिनिधियों के लिए जिन गाड़ियों की व्यवस्था की जा रही है. इनमें इनोवा, इनोवा किस्ट्रा, फॉर्च्यूनर, सियाज, सिडान जैसी गाड़ियां शामिल रहेंगी. प्रतिनिधियों के नाम फाइनल होने के बाद ये गाडियां, ड्राइवर और लाइजनिंग अफसरों के साथ इन प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराई जाएंगी. इन गाड़ियों से मेहमानों को एयरपोर्ट से होटल और फिर कार्यक्रम स्थल तक लाया-ले जाया जाएगा. इसके अलावा यदि वह किसी पर्यटन स्थल पर जाना चाहें तो उन्हें वहां लेकर जाएंगी. ये सभी गाड़ियां जीपीएस से लैस होंगी. इनके ड्राइवर भी अनुभवी रहेंगे.