भोपाल: राजधानी भोपाल में एक किसान ने खुद के चार पहिया वाहन में आग लगा दी और आत्मदाह की कोशिश करने लगा जिसमें उसके कपड़ों में आग लग गई, जिससे वह झुलस गया. हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने आग बुझाई और उसकी जान बचाई. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि समय रहते लोगों ने किसान को बचा लिया नहीं तो वह भी बुरी तरह जल जाता. लोगों की मदद से एक बड़ा हादसा होने से बच गया. वहीं, किसान का चार पहिया वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो गया.
फोर व्हीलर में भूसा भरकर लगाई आग
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि किसान कलेक्ट्रेट में प्रॉपर्टी विवाद की शिकायत लेकर पहुंचा था, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो सकी. जिससे वह नाराज हो गया और अपने चार पहिया वाहन में आग लगा ली. बताया जा रहा है कि किसान पहले से ही चार पहिया वाहन को आग लगाने की तैयारी कर के आया था. इसमें भारी मात्रा में भूसा भरा हुआ था. किसान ने वाहन में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. जिससे करीब 20 मिनट में चार पहिया वाहन पूरी तरह से जल गया. वहीं किसान ने भी आत्मदाह करने की कोशिश की, लेकिन घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने उसे बचा लिया.
जनसुनवाई में किसान ने आत्मदाह करने की कोशिश की (ETV Bharat) पैतृक संपत्ति हड़पने की थी शिकायत
दरअसल, हुजूर तहसील के ग्राम बरखेड़ा में रहने वाली शक्कर बाई पति स्व. रघुनाथ सिंह ने कलेक्ट्रेट में शिकायती आवेदन दिया था. जिसमें बताया कि अनैतिक तरीके से अपील देकर हमसे अंगूठा लगवा लिया गया और पेशी नहीं दी. जिसके बाद कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में 31 दिसंबर 2024 को सम्मिलित खाता पैतृक संपत्ति पर अनैतिक राजस्व प्रकरण लगाया गया.
इस शिकायत पत्र में किसान द्वारा अरुण श्रीवास्तव, विक्रम शर्मा, राजेश गिरी और डीपी पटेल द्वारा फर्जी एग्रीमेंट बनवाकर परिवार को परेशान करने के साथ आत्महत्या के लिए विवश करने की शिकायत की गई थी. लेकिन जब सुनवाई नहीं हुई ते मंगलवार को एक बार फिर परिवार के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. इस दौरान शक्कर बाई के बेटे होतम सिंह ने आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया.
अंदर सुनवाई, बाहर किसान ने आग लगाई
एसडीएम विनोद सोनकिया ने बताया कि "जिस समय किसान ने गाड़ी में आग लगाई, उस दौरान मीटिंग हॉल में जनसुनवाई चल रही थी. इससे घटनास्थल पर हड़कंप मच गया. जिसके बाद कुछ देर के लिए लोगों को गेट पर ही रोक दिया गया, ताकि कोई बड़ा हादसा न हो. मौके पर अधिकारियों की गाड़ियां भी खड़ी थीं, जिन्हें ड्राइवरों ने तत्काल हटाया, नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी."