मंदसौर : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पकड़े गए 1800 करोड़ से ज्यादा के ड्रग्स के मामले बड़ी अपडेट सामने आई है. एमडी ड्रग्स फैक्ट्री के तार मालवा इलाके से जुड़े होने का बड़ा खुलासा हुआ है. ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप की जब्ती में गुजरात एटीएस और एनसीबी की टीमों ने भोपाल के अमित चतुर्वेदी और महाराष्ट्र के नासिक निवासी सान्याल प्रकाश बाने को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद इस मामले का मंदसौर कनेक्शन भी निकलकर आया है.
भोपाल ड्रग्स कांड का मंदसौर कनेक्शन
बताया जा रहा है कि दोनों कुख्यात तस्कर भोपाल के निकट बगरोदा के ग्रामीण इलाके स्थित एक फैक्ट्री में लंबे समय से एमडी ड्रग बनाने का काम कर रहे थे. वहीं एटीएस और एनसीबी की टीमों ने इस गैंग से जुड़े मंदसौर जिले के निवासी मुख्य तस्कर हरीश आंजना को भी गिरफ्तार किया है. हरीश अफजलपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मालिया खेरखेड़ा का निवासी है.
ड्रग्स कांड में हरीश का क्या रोल?
हरीश पर मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में पहले भी प्रकरण दर्ज हो चुके हैं. गुजरात एटीएस और एनसीबी की टीम को खबर मिली कि भोपाल में बन रही ड्रग्स का मुख्य तस्कर हरीश ही है, जिसके बाद टीमें रविवार दोपहर मंदसौर पहुंचीं और हरीश को गिरफ्तार कर लिया. टीम की कार्रवाई इतनी तेज थी, कि पुलिस के खुफिया विभाग को भी इसकी भनक नहीं लगी. हालांकि, बाद में दोनों टीमों ने स्थानीय पुलिस की मदद से हरीश और उससे जुड़े कई लोगों के ठिकानों पर देर रात तक छापेमारी की. बताया जा रहा है कि हरीश लंबे समय से भोपाल में पकड़ाए दोनों आरोपियों से कारोबारी संपर्क में था.
907 किलो एमडी ड्रग्स जब्त
एटीएस और एनसीबी ने अमित चतुर्वेदी और सान्याल बाने की फैक्ट्री से 907. 09 किलो एमडी ड्रग जब्त किया है. इस ड्रग की ठोस और तरल पदार्थ वाली मात्रा पकड़ी गई है. उधर इस बड़ी कार्रवाई में टीम ने करीब 5000 किलोग्राम कच्चा माल और ड्रग बनाने के आधुनिक उपकरण भी जब्त किए हैं. एटीएस और एनसीबी के अधिकारियों हरीश आंजना को लेकर कई ठिकानों पर पहुंचे और दबिश दी. टीम ने उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, जिसमें और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.