'छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार काम कर रही सांय सांय, मोदी की हर गारंटी होगी पूरी' : विष्णुदेव साय - Lok Sabha Election 2024 - LOK SABHA ELECTION 2024
कांकेर लोकसभा के बीजेपी प्रत्याशी भोजराज नाग ने अपना नामांकन दाखिल किया.इस दौरान छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय समेत छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन भी मौजूद थे.
कांकेर : लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के लिए कांकेर लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी भोजराज नाग ने अपना नामांकन दाखिल किया. नामांकन दाखिल के पूर्व बीजेपी ने भव्य रैली का आयोजन किया.रैली के बाद भोजराज नाग ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया.
भोजराज नाग ने भरा नामांकन
मोदी की गारंटी को बीजेपी ने किया पूरा :नामांकन दाखिल करने बाद सीएम विष्णुदेव साय ने बस स्टैंड के पास आयोजित सभा में जमकर कांग्रेस को कोसा. इस दौरान सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद मोदी की गारंटी को पूरा किया गया है.
''छत्तीसगढ़ में चाहे आवास योजना हो,किसानों को बोनस देना हो या महिलाओं को राशि देनी हो सरकार ने इन्हें प्राथमिकता से लिया और काम को पूरा किया. छत्तीसगढ़ की सरकार सभी काम सांय-सांय कर रही है और कांग्रेस की बाय बाय हो रही है. बीजेपी 11 लोकसभा सीटों को जीतकर इतिहास रचेगी.'' विष्णुदेव साय, सीएम छग शासन
रैली के दौरान आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी समेत आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की सदस्यता ली. आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से हारने के बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी समेत कई पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़ दी थी. इसी के बाद से ही कोमल हुपेण्डी के बीजेपी में जाने की चर्चाएं तेज थी.आखिरकार कोमल हुपेण्डी ने अपने समर्थकों समेत बीजेपी की सदस्यता ले ली.कोमल हुपेण्डी के बीजेपी में शामिल होने का फायदा निश्चित तौर पर बीजेपी को मिल सकता है.
छत्तीसगढ़ में आप का चुनावी इतिहास: छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी के चुनावी इतिहास पर नजर डाले तो यहां साल 2018 में AAP ने 90 सीटों में से 85 सीट पर चुनाव लड़ा. इस चुनाव में आप कोई खाता नहीं खोल सकी. साल 2023 में AAP ने 55 सीटों पर उम्मीदवार उतारे लेकिन इस चुनाव में भी आप का प्रदर्शन निराशाजनक रहा. इस खराब प्रदर्शन के लिए कोमल हुपेंडी ने आप के बड़े नेताओं को जिम्मेदार ठहराया. कोमल हुपेंडी ने यहां तक कह दिया था कि टिकट बांटते वक्त छत्तीसगढ़ के आप की प्रदेश इकाई को नजरअंदाज किया गया जिसकी वजह से हार मिली.