भीलवाड़ा:जिले की हमीरगढ़ थाना पुलिस ने बड़ी कारवाई करते हुए चारभुजा मंदिर में हुई चोरी का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार करके उनसे चोरी किए छतर, चक्र, मुकुट व अन्य आभूषण भी बरामद किए हैं. पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी एक गैंग के रूप में काम करते थे. ये गैंग मंदिरों में ही चोरी करती थी.
हमीरगढ़ थाना प्रभारी संजय गुर्जर ने बताया कि गत 24 नवंबर को संगतपुरिया गांव के चारभुजा नाथ मंदिर में चोरी हो गई थी. इसकी रिपोर्ट मंदिर के पुजारी प्रहलाद कुमार क्षोत्रीय ने दी थी. पुजारी ने बताया था कि 23 और 24 नवंबर की बीच की रात को मंदिर में चोरी हो गई. अगले दिन सुबह 4 बजे जब उसने मंदिर के कपाट खोले तो मंदिर गेट के ताले टूटे हुए थे. मंदिर से भगवान के श्रृंगार के आभूषण, बांसुरी, छत्र, घंटा और आरती के सामान चोर ले गया था. ग्रामीणों की मौजूदगी में सीसीटीवी कैमरे को चेक किए तो चार आरोपी दिखाई दिए.
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थानाधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की. घटनास्थल का साक्ष्य लिया गया. जांच के बाद बुधवार को पुलिस ने मंदिरों में चोरी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया और जिले के पुर थाना क्षेत्र के गोपाल कंजर, हमीरगढ़ थाना क्षेत्र के ही राधेश्याम कंजर, भेरूलाल कंजर व सांवरा कंजर को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इन चारों आरोपियों से चारभुजा नाथ मंदिर में चोरी किए गए छत्र, मुकुट, चक्र, ढाल, तलवार, बांसुरी और हाथ भी बरामद कर लिया हैं.
दिन में करते थे मंदिरों की रैकी:हमीरगढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि मंदिर को निशाने बनाने वाली गैंग अत्यधिक सक्रिय थी. शातिराना तरीके से वारदात को अंजाम देती थी. दिन के समय मंदिरों की रैकी करते थे. जिन मंदिरों में चढ़ावा व जेवरात ज्यादा होते थे, उन्हीं मंदिरों में रात को चोरी करते थे. वारदात के बाद चोरी किए गए माल को आसपास से जंगल में गड्ढे में गाड़ कर दूसरी वारदात के लिए रैकी करना शुरू कर देते थे.