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बैतूल में बीच क्लासरूम में भरभराकर गिरी छत, शिक्षक की बहादुरी ने बचाई बच्चों की जान

बैतूल में बारिश और तेज आंधी चलने से सरकारी स्कूल की छत भरभराकर गिर गई. शिक्षक की बहादुरी से क्लास के छात्रों की जान बची

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 10 hours ago

BETUL CLASSROOM ROOF COLLAPSED
बैतूल में बीच क्लासरूम में भरभराकर गिरी छत (ETV Bharat)

बैतूल:जिले में भीमपुर ब्लॉक के रतनपुर गांव में बारिश के साथ तेज आंधी चली, जिसमें गांव के एकीकृत प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय भवन की छत भरभराकर गिरी. जब ये हादसा हुआ तब स्कूल में 170 छात्र मौजूद थे. छत के गिरते ही स्कूल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. इस दौरान मिलापसिंह धुर्वे नाम के एक शिक्षक ने बहादुरी दिखाते हुए छत से नीचे गिर रही एक भारी भरकम बल्ली को थामकर कमरे में बैठे सभी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला. इसके बावजूद स्कूल के 7 छात्रों को चोट लगी है. वहीं शिक्षक मिलापसिंह भी घायल हुए हैं. सभी घायलों को इलाज के लिए चिचोली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जहां से 4 छात्रों को बैतूल जिला अस्पताल रेफर किया गया है.

भरभराकर गिरी स्कूल की छत

जानकारी के अनुसार भीमपुर ब्लॉक के रतनपुर गांव में जैसे ही बारिश के साथ तेज आंधी चली तभी अचानक एकीकृत प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय भवन की छत भरभराकर गिरने लगी. इस दौरान शिक्षक मिलापसिंह धुर्वे ने बहादुरी दिखाते हुए छत से नीचे गिर रही एक भारी भरकम बल्ली को थाम लिया. जिससे स्कूल के कमरे में बैठे छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. वहीं इस हादसे में स्कूल के 6 छात्र घायल हो गए. शिक्षक मिलापसिंह भी घायल हुए. सभी घायलों को इलाज के लिए चिचोली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद 4 छात्रों को बैतूल जिला अस्पताल रेफर किया गया है.

शिक्षक की बहादुरी ने बचाई बच्चों की जान (ETV Bharat)

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पुराना हो चुका है टीन शेड

भीमपुर के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेश कौशिकने बताया कि 'स्कूल और छात्रावास भवन पर टीन शेड लगा हुआ है. जो काफी पुराना हो चुका है. शिक्षा विभाग ने इस घटना की रिपोर्ट मांगी है. वहीं एक बार फिर ये सवाल उठने लगे हैं कि जर्जर स्कूल भवनों की निगरानी और मरम्मत को लेकर लापरवाही क्यों हो रही है.

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