बस्तर के पत्रकारों की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, सरकार से जल्द रिहाई की मांग - Bastar Journalist Arrest Case
बस्तर में पत्रकारों को कथित रूप से गांजा तस्करी के आरोप में फंसाने के मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया है. पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पत्रकारों की गिरफ्तारी को गलत बताया है. उन्होंने इस केस में सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया है.
दीपक बैज का साय सरकार पर गंभीर आरोप (ETV Bharat Chhattisgarh)
दीपक बैज का साय सरकार से पूछे सवाल (ETV Bharat Chhattisgarh)
जगदलपुर : छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र कोंटा से लगे पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश में 4 दक्षिण बस्तर के पत्रकारों को कथित गांजा तस्करी केस में गिरफ्तार किया गया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी की ओर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साय सरकार पर सवाल उठाए हैं.
कांग्रेस के गंभीर आरोप : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि, "बस्तर की खनिज संपदा को बचाने के लिए आवाज उठाने वाले पत्रकारों को जेल भेज दिया गया. अवैध उत्खनन किसके नेतृत्व में हो रहा है, किसके संरक्षण में हो रहा है.''
"कोंटा से लेकर रायपुर तक क्या अवैध उत्खनन की अवैध कमाई प्रदेश स्तर तक जा रही है. पत्रकारों को उनकी गाड़ी में गांजा रखकर फंसा दिया जाता है. कौन है इसके पीछे का षड्यंत्रकारी. सरकार से हमारी मांग है कि इस बिंदु पर जांच होनी चाहिए." - दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
दीपक बैज ने उठाए सवाल :कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, "इस सरकार में पत्रकार, विपक्ष, जनता कोई भी सुरक्षित नहीं है. पूरी कांग्रेस पार्टी पत्रकारों के साथ है. इस मामले की गंभीरता से सरकार जांच करे और पत्रकारों को रिहा करे. इन सभी मामलों का पर्दाफाश होना चाहिए. अगर पत्रकार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं तो उसका समर्थन कांग्रेस पार्टी करती है."
"छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार है और आंध्र में गठबंधन की सरकार है. दोनों मौसेरे भाई की सरकार है. इसके बावजूद क्यों सरकार ने इस पर बातचीत नहीं की. इस मामले में कोंटा टीआई का इंवॉलमेंट है. व्हाट्सएप चैट में उसने लिखा है कि नेता जी को बता दें, काम हो गया है तो इसके नेता जी कौन हैं? किसके संरक्षण में टीआई ने इतना बड़ा कदम उठाया है. ये सभी सवालों का जवाब सरकार को देना चाहिए." - दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
दीपक बैज ने यह भी कहा कि ''इस मामले में कांग्रेस ने वरिष्ठ नेताओं की टीम बनाकर जांच के लिए भेजी गई. जल्द ही जांच रिपोर्ट आएगी, उसके बाद उजागर किया जाएगा. कांग्रेस सवाल उठा रही है कि 15 जून के बाद रेत का उत्खनन नहीं होने की गाइडलाइंस सरकार ने जारी की थी. इसके बावजूद कैसे यहां अवैध रेत उत्खनन हो रहा था.'' कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए इस केस में उनकी संलिप्त होने की अशंका जताई है.