बस्तर में एकता मंच ने धर्मांतरण के नाम पर हिंसा का लगाया आरोप, लोगों को जोड़ने की खाई कसम - conversion in Bastar
बस्तर में धर्मांतरण के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में एकता मंच ने जागरूकता कार्यक्रम का अंबेडकर जयंती के मौके पर आयोजन किया. इस दौरान लोगों से एकजुट रहने की अपील की गई.
बस्तर:बस्तर में धर्मांतरण के नाम पर हो रहे हिंसा के विरोध में एकता मंच के लोगों को जागरूक करने का काम किया. इस दौरान स्व. भीमराम अंबेडकर की जयंती के मौके पर बस्तर के आदिवासी युवा एकता मंच की ओर से लोगों को जागरूक किया गया. साथ ही लोगों को एकता का संदेश दिया. इस दौरान सैकड़ों लोगों ने इसमें हिस्सा लिया.
लोगों को एकता का दिया गया संदेश:दरअसल, भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर बस्तर जिले के बकावंड ब्लॉक के चापापदर गांव में एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया था. बस्तर में धर्मांतरण के नाम पर हो रही हिंसा का आरोप इस मंच के सदस्यों ने लगाया है. उन्होंने लोगों से एकजुट और शांति से रहने का संदेश दिया.
बाबा साहब के कार्यों को लोगों तक पहुंचाया जाए: इस दौरान चापापदर गांव के जागरूक आदिवासी युवा एकता मंच के संस्थापक दयालु कश्यप ने कहा कि, "गांव में कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्होंने बाबा साहब के विषय में जाना और समझा. गांव के कुछ लोगों ने यह बीड़ा उठाया है कि बाबा साहब के कार्यो को सभी लोगों तक पहुंचाया जाए." वहीं, इस गांव की युवती पूनम बदरे ने कहा कि, "बाबा साहब ने महिलाओं के लिए बहुत लड़ाई लड़ी. उन्हें अधिकार देने के लिए सभी से लड़े. इस कारण आज देश की महिलाएं आगे बढ़ रही हैं."
धर्म के नाम पर हो रही हिंसा खत्म करने की अपील:बताया जा रहा है कि ये जागरूकता का काम पहले एक गांव से शुरू हुआ. अब आसपास के गांव के लोग इसमें शामिल हो गए हैं. ये लगातार अपना कुनबा बढ़ाने में लगे हैं, ताकि लोग आपस में धर्म की लड़ाई न लड़ें. बता दें कि छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में अधिकतर देखा जाता है कि धर्मांतरण के नाम पर हिंसा होती है. लोग आपस में ही लड़ते झगड़ते हैं. इसके विरोध में एकता मंच ने लोगों से भाईचारा बनाए रखने की अपील की है.