जगदलपुर:बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम अपने काम और जुनून के लिए लोगों के बीच जाने जाते हैं. काम के साथ साथ वो सामाजिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाते हैं. सार्वजनिक जीवन में वो जितने संजीदा तरीके से काम करते हैं उतना ही बेहतर काम वो निजी जीवन में करते हैं. प्रशासनिक और निजी जीवन की दोहरी जिम्मेदारियों को बड़े आराम से निभाते आ रहे हैं. पूर्व में हल्बी में गाए उनके गीत "आमी आव बस्तरिया " आज भी लोगों की जुबा से उतरे नहीं हैं. दयाराम ने अब फिल्म बॉम्बे का ''तू ही रे, तू ही रे तेरे बिना मैं कैसे जियूं'' गीत पहले कन्नड़ और फिर हिंदी में गाकर धूम मचा दिया है. सोशल मीडिया पर गाया ये उनका गीत अब लोगों की जुबान पर चढ़ गया है. लोग इसे लाइक और शेयर कर रहे हैं.
बस्तर कलेक्टर का जुदा अंदाज, कन्नड और हिंदी में मिक्स कर गाया तू ही रे, तू ही रे तेरे बिना मैं कैसे जियूं - Bastar Collector sang song Tu Hi Re
बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. अपने काम और अपने बनाए मुकाम से वो बस्तर के हर दिल अजीज शख्स बन गए हैं. बतौर कलेक्टर गांव से लेकर शहर तक के लोग उनका पहचानते हैं. युवाओं में उनका क्रेज सर चढ़कर बोलता है. बस्तर के युवा स्टूडेंट उनके जैसा कलेक्टर बनने का सपना देखते हैं. विजय दयाराम एक बार फिर अपने जुदा अंदाज के जरिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jul 15, 2024, 4:05 PM IST
|Updated : Jul 15, 2024, 4:16 PM IST
"आमी आव बस्तरिया " के बाद ''तू ही रे'': कलेक्टर विजय दयाराम ने जिस अंदाज में 1995 में आई हिंदी फिल्म बॉम्बे का मशहूर गाना गाया है उसे सुनकर लोग उनके दीवाने हो रहे हैं. फिल्म के गाने को दयाराम ने पहले कन्नड़ भाषा में गाया फिर उसे हिंदी में गाया है. इसके पहले पहले कलेक्टर विजय दयाराम का हल्बी भाषा में गाया गीत जमकर छत्तीसगढ़ में चल चुका है. तब पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने गानी के तारीफ भी की और एलबम का विचमोचन भी किया. कलेक्टर का गाया नया गाना अब सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है.
संगीत के शौकीन हैं कलेक्टर विजय दयाराम: कलेक्टर दयाराम बस्तर में बने बादल एकेडमी स्टूडियो में कई गाने गाकर रिकार्ड भी करा चुके हैं. कलेक्टर विजय दयाराम का गाया नया गाना तू ही रे को फेसबुक प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है. कलेक्टर ने कैप्शन में लिखा है कि यह गीत उन गीतों में से एक रहा है जिसकी जादुई पंक्तियां मेरे दिल की करीब रही हैं. विजय दयाराम 2015 बैच के कलेक्टर हैं. कर्नाटक के रहने वाले दयाराम का बचपन बड़े ही अभावों में बीता है. अपने दूसरे प्रयास में विजय ने यूपीएससी क्रैक किया.